सार

 दोनों दिव्यांग प्रेमी एक-दूसरे को करीब 11 सालों से जानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात और दोस्ती कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुई थी। इसके बाद वह एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। वहीं प्रेमिका सरकारी नौकरी के लिए  प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी करने लगी। फिर उसकी जॉब लग गई और भोपाल में रहने लगी। (फोटो साभार-भास्कर)

बैतूल. मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आई है। जिसे आज तक आपने बॉलीवुड की फिल्मों में ही दिखा होगा। यह लव स्टोरी दो दिव्यांग की है, जहां प्रेमी आंखों से देख नहीं सकती है, वहीं प्रेमिका चल नहीं सकती है, क्योंकि उसके दोनों पैर दिव्यांग हैं। लड़की राजधानी भोपाल के एक सरकारी विभाग में नौकरी करती है। जबकि प्रेमी बेरोजगार है, कुछ नौकरी नहीं होने के चलते लड़का शादी नहीं कर रहा था। उसका कहना था कि जब तक वह कौई नौकरी नहीं करता है तब तक वह शादी नहीं करेगा। इसी बात के चलते दोनों के रिश्ते में दुरियां आ गईं और वह अलग हो गए, लेकिन अब 11 साल बाद दोनों का सच्चा प्यार मुकाम तक पहुंचा और वह एक हो गए।

अपने स्वाभिमान के कारण शादी से मना कर रहा था प्रेमी
दरअसल, नौकरी नहीं होने के चलते प्रेमी शादी नहीं करने की जिद पर अड़ा रहा, लेकिन अब प्रेमिका अपने प्यार को पाने के लिए परिवार परामर्श केंद्र पहुंच गई। जहां महिला सेल स्टाफ और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उसकी मदद करते प्रेमी की समझाया और उसकी गलतफहमियाों को दूर किया। इसके बाद दोनों परिवार की सहमति के बाद 28 जून को आर्य समाज के रीतिरिवाज से शादी करवाई गई।

11 साल एक दूसरे से करते थे बेइंतहा मोहब्बत
बता दें कि दोनों दिव्यांग प्रेमी एक-दूसरे को करीब 11 सालों से जानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात और दोस्ती कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुई थी। इसके बाद वह एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। वहीं प्रेमिका सरकारी नौकरी के लिए  प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी करने लगी। फिर उसकी जॉब लग गई और भोपाल में रहने लगी।

ऐसे अंजाम तक पहुंची सच्ची प्रेम कहानी
दोनों की प्रेम कहानी बताते हुए DSP पल्लवी गौर ने बताया लड़का अपने स्वाभिमान के चलते लड़की से शादी नहीं करना चाह रहा था। उसका कहना था कि वह बेरोजगार है, इसलिए वह कैसे अपना परिवार चला पाएगा, इसलिए उसने शादी नहीं करने की जिद ठान ली थी। हालांकि वह अपनी प्रेमिका की नौकरी लगने से बहुत खुश था, जब कभी प्रेमिक कहती कि मैं नौकरी करती हूं तो वह कहता कि जब मेरी लग जाएगी तो हम शादी कर लेंगे। कई साल होने के बाद भी लड़की उससे ही प्यार करती थी। रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच चुका था, तभी लड़की अपनी कहानी लेकर परिवार परामर्श केंद्र पहुंच गई। इसके बाद महिला अधिकारियों ने लड़के को समझाया और उनकी शादी करा दी।