सार
नारायण राणे के बेटे और बीजेपी विधायक नितेश राणे के आरोपों के बाद मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने राज्य की महिला आयोग से दोनों की शिकायत की थी। साथ ही कहा था कि नितेश राणे और नारायण राणे जबरन दिशा सालियन के चरित्र को उछाल रहे हैं। वह झूठा आरोप लगाकर उसे बदनाम कर रहे हैं।
मुंबई (महाराष्ट्र). दिवगंत बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मैनेजर रही दिशा सालियन (Disha Salian) की मौत के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (narayan rane) और उनके बिधायक बेटे नितेश राणे की मुशिकलें बढ़ गई हैं। क्योंकि महिला आयोग की शिकायत द्वारा दोनों पर मुंबई के मालवाणी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों ने दिशा सालियन मामले में झूंठा आरोप लगाते हुए कहा था कि दिशा के साथ गैंगरप के बाद हत्या की गई थी।
आरोप-रेव पार्टी में दिशा के साथ हुआ बलात्कार
दरअसल, हाल ही में नारायण राणे ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि दिशा सालियन मौत वाली रात एक रेव में नहीं जाना चाहती थी। लेकिन उसे एक काली मर्सिडीज भेजकर जबरन पार्टी में बुलाया गया। यहां उसके साथ तीन-चार लोगों ने रेप किया था। फिर उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं राणे ने यह भी कहा कि इस पार्टी में एक मंत्री भी वहां अपने बॉडीगार्ड के साथ मौजूद थे। इस मामले में सुशांत सिंह ने कहा था कि वे आरोपियों को नहीं छोड़ेंगे। लेकिन मामला उजागर होने से पहले ही दिशा की हत्या कर दी गई।
मौत के बाद हो रही राजनीती
बता दें कि नारायण राणे के बेटे और बीजेपी विधायक नितेश राणे के आरोपों के बाद मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने राज्य की महिला आयोग से दोनों की शिकायत की थी। साथ ही कहा था कि नितेश राणे और नारायण राणे जबरन दिशा सालियन के चरित्र को उछाल रहे हैं। वह झूठा आरोप लगाकर उसे बदनाम कर रहे हैं। इसलिए आयोग को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए। इसके बाद आयोग ने मालवाणी पुलिस थाने को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए।
दिशा के माता-पिता बोले-बेटी की मौत के बाद नेता उसे बदनाम कर रहे
वहीं दिशा सालियन के माता-पिता ने इस पूरे मामले पर कहा राजनेता जबरन उनकी बेटी की मौत के बाद उसकी इज्जत को उछालकर बदनाम कर रहे हैं। यह लोग अपनी राजनीति को चमकाने में झूठा आरोप लगा रहे हैं। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिशा सालियन के साथ बलात्कार होने जैसी किसी बात का जिक्र नहीं है। इस बात को लेकर उन्होंने महिला आयोग से शिकायत भी की थी। जिसके बाद आयोग ने पुलिस स्टेशन से जो रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करने के आदेश दिए।