सार
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि मैंने पहली बार मॉल में अस्पताल देखा है। इस मामले में एक्शन लिया जाएगा। अस्पताल में कोविड पेशेंट्स को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
मुंबई (Maharashtra) । भांडुप इलाके में एक मॉल की तीसरी मंजिल पर बने कोविड हॉस्पिटल में गुरुवार रात करीब 12 बजे आग लग गई। इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, फायर ब्रिगेड की 22 गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं। लेकिन, अब तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। वहीं, सीएम उद्धव ठाकरे भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। जिन मरीजों की मौत हुईं, वह सभी वेंटिलेटर पर थे। मैं हादसे से प्रभावित हुए परिवार के प्रति गहरी संवेदना रखता हूं और उनसे माफी मांगता हूं।
मेयर ने कहा-मैंने पहली बार ऐसा अस्पताल देखा
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि मैंने पहली बार मॉल में अस्पताल देखा है। इस मामले में एक्शन लिया जाएगा। अस्पताल में कोविड पेशेंट्स को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
बीजेपी का दावा- अस्पताल के लिए एनओसी नहीं ली गई
बीजेपी का कहना है कि यहां कोविड-19 अस्पताल चलाने के लिए एनओसी नहीं ली गई थी। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रशांत कदम के अनुसार, आग की लपटों को बुझाने के लिए करीब 22 फायर टेंडर अस्पताल पहुंचे। इस अस्पताल में 76 कोरोना संक्रमित थे, जो एक मॉल की तीसरी मंजिल पर स्थित है।
पहले भी हो चुके कोविड हॉस्पिटल में हादसे
- 6 अगस्त 2020 को गुजरात के अहमदाबाद के श्रेय कोविड अस्पताल में भी आग लगी थी। इस हादसे में 8 मरीजों की मौत हुई थी। इनमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल थे। आग अस्पताल की चौथी मंजिल पर लगी।
-पिछले साल 9 अगस्त को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में एक होटल में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। होटल को कोविड-19 फैसिलिटी सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था।
-पिछले साल 21 नवंबर को ग्वालियर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य के कोविड केयर सेंटर के ICU में आग लग गई थी। वहां भर्ती 9 मरीजों में से 2 मामूली झुलस गए थे। आग से मची अफरातफरी में दो मरीजों की मौत हो गई। एक वेंटीलेटर भी जल गया था।
-पिछले साल 27 नवंबर को गुजरात के राजकोट जिले के एक कोविड अस्पताल में आग लगी थी। हादसे में पांच कोरोना मरीजों की जलकर मौत हो गई थी।