सार

बता दें कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण ही उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मानसून सत्र के पांचवें दिन है सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार हंगामा हुआ। उद्धव गुट और शिंदे गुट के विधायक आपस में भिड़ गए।

मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। मानसून सत्र के पांचवें दिन है सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार हंगामा हुआ। उद्धव गुट और शिंदे गुट के विधायक आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों के विधायकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान विपक्ष ने जमकर नारेबाजी भी की। उद्धव गुट के विधायकों ने शिंदे गुट विधायकों के खिलाफ नारे लगाते हुए कहा- 50 खोके... एकदम ओके।

वहीं, महंगाई का विरोध करते हुए NCP विधायक विधानसभा में गाजर लेकर पहुंचे। हालांकि विधायकों के हंगामे को देखते हुए दोनों गुटों के सीनियर नेता मौके पर पहुंचे और विधायकों को समजाते हुए मामला शांत करवाया। विधायकों के शांत होने के बाद सदन की कार्रवाई शुरू हुई। विधायकों के खिलाफ हंगामे में शिंदे गुट के विधायकों के अलावा महा विकास अघाड़ी के विधायक भी शामिल थे।

 

 

बीजेपी विधायकों ने की नारेबाजी
उद्धव गुट के विधायकों के द्वारा नारेबाजी के बाद बीजेपी और शिंदे गुट के विधायकों ने भी नारेबाजी की। बीजेपी विधायकों ने उद्धव सरकार के खिलाफ कोरोना काल में उदासीनता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। विधायकों के हंगामे को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष से मर्यादा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी मर्यादा का ध्यान रखे। 

एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद बदली थी सरकार
बता दें कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण ही उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं, बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिदें राज्य के नए सीएम बने थे। उनके साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ देवेन्द्र फडणवीस ने ली थी। बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार हुआ है जिसमें शिंदे और बीजेपी गुट के 8-8 नेताओं को मंत्री बनाया गया है।

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