सार
महाराष्ट्र में बीजेपी के पास 106, शिवसेना के पास 55, एनसीपी के पास 52 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। हर कैंडिडेट्स को जीत के लिए 26 विधायकों के वोट की जरूरत होगी। कांग्रेस के दूसरे कैंडिडेट्स को जीत के लिए 12 विधायकों के वोट की जरूरत होगी।
मुंबई. एक तरफ जहां अग्निपथ स्कीम के विरोध में सोमवार को भारत बंद बुलाया गया है। वहीं, दूसरी तरफ महाराष्ट्र में इन दिनों विधान परिषद (MLC) चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) की 10 सीटों पर सोमवार को वोटिंग हो रही है। माना जा रहा है कि यह चुनाव भाजपा और शिवसेना के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। राज्य के मु्ख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के सभी उम्मीदवारों की जीत के दावे किए हैं। वहीं, दूसरी तरफ सभी पार्टियों को क्रास वोटिंग का भी डर सता रहा है।
10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार
10 सीटों के चुनाव के लिए 11 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। छह कैंडिडेट्स महा विकास अघाड़ी गठबंधन के हैं। जबकि भाजपा ने 5 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स खड़े किए हैं।
- शिवसेना- सचिन अहीर, आमशा पडवी
- बीजेपी- प्रवीण दरेकर, राम शिंदे, श्रीकांत भारतीय, उमा खापरे, प्रसाद लाड
- एनसीपी- रामराजे निबांलकर, एकनाथ खडसे
- कांग्रेस- चद्रकांत हंडोरे, भाई जगताप
क्या है जीत का समीकरण
महाराष्ट्र में बीजेपी के पास 106, शिवसेना के पास 55, एनसीपी के पास 52 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। हर कैंडिडेट्स को जीत के लिए 26 विधायकों के वोट की जरूरत होगी। विधायकों की संख्या बल के हिसाब से देखा जाए तो शिवसेना और एनसीपी के दो कैंडिडेट्स आसानी से अपना चुनाव जीत सकते हैं। वहीं, बीजेपी के खाते में चार 4 सीटें आ सकती हैं। कांग्रेस भी अपने एक कैंडिडेट्स को आसानी से जीत दिला देगी। लड़ाई कांग्रेस की 2 सीटे पर है। जिसके लिए उसके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है।
निर्दलीय औऱ छोटे दलों का सहारा
कांग्रेस के दूसरे कैंडिडेट्स को जीत के लिए 12 विधायकों के वोट की जरूरत होगी। ऐसे में उसे निर्दलीय, अपनी सहयोगी सिवसेना औऱ एनसीपी के भरोसे रहना होगा। वहीं, एमआईएम, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय समाज पार्टी, शेकाप और बहुजन विकास आघाडी के 9 विधायक हैं। ऐसे में ये विधायक जीत के लिए अहम माने जा रहे हैं।