सार

उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजा है। पत्र में सीएमपी का जिक्र करते हुए दलित पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए एक योजना लागू करने की मांग की है। 

मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक बार फिर सियासी हलचल दिखाई दे रही है। महाविकास अघाड़ी सरकार में मनमुटाव शुरू हो गया है। जो उद्धव सरकार के लिए मुसीबत बन सकती है। कांग्रेस (Congress) के 25 विधायक बागी हो गए हैं। वे सरकार से नाराज हैं। उनका आरोप है कि सरकार में उनकी अनदेखी हो रही है। इसी की शिकायत को लेकर उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मिलने का समय मांगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन विधायकों का कहना है कि उनकी सरकार के मंत्री ही उनकी नहीं सुन रहे हैं। कांग्रेस के मंत्री ही हमारी चिंताओं की ओर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, जिससे तालमेल बिगड़ रहा है।

हमें नजरअंदाज किया जाता है - कांग्रेस विधायक
कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि उनकी पार्टी में अनदेखी की जा रही है। कोई भी मंत्री उनकी नहीं सुनता है। विधायकों ने सोनिया को लिखे पत्र में कहा है कि महा विकास अघाड़ी सरकार के मंत्रियों के अलावा कांग्रेस के मंत्री भी उन्हें नजरअंदाज करते हैं। इससे आगने वाले चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर फर्क पड़ेगा। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि राज्य में अगर ऐसा ही रहा तो हम NCP से पिछड़ जाएंगे। इसका कारण यह है कि उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) हर दिन अपने विधायकों से मिलते हैं, उनकी समस्याएं उनते हैं और उन्हें राशि भी उपलब्ध कराते  हैं। 

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NCP के नेताओं को ज्यादा तवज्जो- कांग्रेस

वहीं कुछ विधायकों का यह भी आरोप है कि मंत्रालय से शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी के नेताओं को जो मंत्रालय मिला है, उन्हें ज्यादा राशि आवंटित की जाती है जबकि कांग्रेस की अनदेखी होती है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो राज्य में कांग्रेस का हाल और भी बुरा हो जाएगा। 

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कोई नाराजगी नहीं

वहीं, इसको लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे का दावा है कि इस तरह की कोई खबर नहीं है। पार्टी का कोई भी विधायक सरकार या फिर अपनी पार्टी के मंत्रियों से नाराज नहीं है। उन्होंने इस खबर को अफवाह बताया कि विधायकों ने सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है। उनकी माने तो सोनिया गांधी पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं। अलग-अलग मुद्दों पर पार्टी के नेता उनसे मिलते रहते हैं। उन्होंने बीजेपी पर ऐसी खबरें फैलाने का आरोप लगाया है।

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