सार
मुंबई पुलिस ने प्रतिबंधित नशीली दवा मेफेड्रोन (Mephedrone) बनाने के एक कारखाने का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 1400 करोड़ रुपए की नशीली दवा जब्त की और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मुंबई। मुंबई पुलिस ने गुरुवार को ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी पाई है। पुलिस ने मुंबई के पास से 700 किलोग्राम मेफेड्रोन (Mephedrone) जब्त किया है। इसकी कीमत 1400 करोड़ रुपए बताई जा रही है। केमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई करने वाले एक आरोपी ने नशे का साम्राज्य खड़ा किया था। उसने प्रयोग कर खुद नशीली दवा मेफेड्रोन बनाना सीखा था।
पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में स्थित दवा बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारकर ड्रग्स बरामद किया। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच के एंटी नार्कोटिक्स सेल (ANC) ने छापेमारी की। एक अधिकारी ने बताया कि यहां से आसपास के इलाकों के नशीली दवाओं के तस्करों को ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी।
ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट है मुख्य आरोपी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट है। उसने खुद ही प्रयोग कर मेफेड्रोन बनाने का फॉर्मूला हासिल कर लिया था। गिरफ्तार हुए चार अन्य आरोपियों में से एक महिला है। सटीक गुप्त सूचना मिलने के बाद छापेमारी की गई थी। इसी साल मार्च में मुंबई के उपनगर गोवंडी से एक ड्रग पैडरल को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से 250 ग्राम मेफेड्रोन बरामद किया गया था। पूछताछ के दौरान उसने अहम जानकारी दी थी।
पूछताछ के दौरान पता चला कि इस अवैध धंधे में कुछ और लोग शामिल हैं। इसी संबंध में एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 2.760 kg मेफेड्रोन जब्त किया गया था। इसी मामले की जांच के दौरान पुलिस ने ड्रग्स सप्लाई करने वाले एक व्यक्ति को मंगलवार को गिरफ्तार किया। इसके बाद नालासोपारा में छापेमारी कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया और नशीली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ।
खुद किया था मेफेड्रोन बनाने के फॉर्मूले का इजाद
सीसीपी (ANC) दत्ता नालवाड़े ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आरोपियों के पास से ANC की टीम ने 701.740 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किया है। इसकी कीमत 1,403 करोड़ रुपए है। जांच के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी खुद ही प्रतिबंधित ड्रग्स बनाता था। मुख्य आरोपी की उम्र 52 साल है। उसके पास ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में पोस्ट-ग्रेजुएट की डिग्री है। बहुत से केमिकल के साथ प्रयोग करने के बाद उसने मेफेड्रोन बनाने के फॉर्मूले का इजाद कर लिया था। वह हाई क्वालिटी की नशीली दवा बना रहा था।
यह भी पढ़ें- Patra Chwal Land Scam: ED ने वर्षा राउत को किया तलब, पति-पत्नी से आमने-सामने होगी पूछताछ
दत्ता नालवाड़े ने कहा कि पुलिस इसके पूरे सप्लाई चेन और ड्रग्स तस्करों द्वारा किए गए पैसे के लेनदेन की जांच कर रही है। नशीली दवाओं के बड़े तस्कर ही मेफेड्रोन के लिए मुख्य आरोपी से संपर्क करते थे। वह 25 किलोग्राम से कम नशीली दवा नहीं बेचता था। आरोपी ड्रग्स की सप्लाई के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते थे। वे कॉलिंग एप्स की मदद से बात करते थे। गौरतलब है कि मेफेड्रोन सिंथेटिक ड्रग है। इसका इस्तेमाल नशा करने के लिए होता है। इसे म्यांऊ म्यांऊ या एमडी के नाम से भी जाना जाता है। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत यह प्रतिबंधित है।
यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे को दी बड़ी राहत, कहा- चुनाव आयोग अभी शिंदे की याचिका पर नहीं ले फैसला