सार

महाराष्ट के मुंबई जिले में अंधेरी में आहुजा कंस्ट्रक्शन बिजनेस में लगे पिता पुत्र के खिलाफ करोड़ो की धोखाधड़ी का केस एक 60 वर्षीय व्यवसायी अनित गेहानी द्वारा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर केस को ईओडब्ल्यू (Economic Offences Wing) को ट्रांसफर किया।

मुंबई (mumbai). मुंबई के अंधेरी में एक 60 वर्षीय बुजुर्ग द्वारा कंस्ट्रक्शन बिजनेस में जुड़े आहुजा बिल्डर्स के खिलाफ करोड़ो की धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। उन्होंने पिता पुत्र पर आरोप लगाया है कि इंवेस्टमेंट में अच्छा रिटर्न दिलाने के बहाने 12.4 करोड़ रुपए का निवेश करवा लिया। फिर बाद में इसका पेमेंट नहीं किया। पीड़ित बिजनेसमैन अनिल गेहानी की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। केस मुंबई पुलिस की EOW शाखा को ट्रांसफर कर दिया गया है।

पहले से थी पहचान, अच्छे रिटर्न का किया वादा
पुलिस में शिकायत करते हुए पीड़ित अनिल गेहानी ने बताया कि वह पॉपर्टी में पहले से इंवेस्टमेंट करते आ रहा है जिसके चलते वह आहुजा डेवलपर के जगदीश आहुजा और उनके बेटे गौतम आहुजा को साल 2008 से जानता था। उसने आगे बताया कि 2010 में आरोपी पिता ने अपने कंस्ट्रक्शन में इंवेस्टमेंट का ऑफर दिया जिसमें उन्होंने 24% रिटर्न का प्रॉमिस भी किया। पीड़ित ने बताया कि वह एक फ्लेट खरीदना  चाहते थे, इसलिए उनकी बातों में आकर इनवेस्टमेंट करने का फैंसला किया और 2010 से 2016 के बीच 6.5 करोड़ का निवेश कर दिए।

पहले ब्याज दिया, बाद में करने लगे आनाकानी
गेलानी ने शिकायत में बताया की इंवेस्ट करने के बाद शुरूआत में कुछ समय तक सही से ब्याज का भुगतान किया पर फिर बाद में इसमें आना कानी करने लगे। गेहानी ने बताया कि निवेश की रुपए में से 2 करोड़ भुगतान किया साथ ही 1.69 करोड़ ब्याज के चुकाए। पर बची रकम 4.40 करोड़ का पेमेंट नहीं किया। इसके अलावा उनके प्रॉमिस के अनुसार इंवेस्टमेंट के करीब 12.31 लाख बन रहे थे वो भी नहीं दिए।

फ्लैट का दिया झांसा, पकड़ाया पोस्ट डेटेड चेक
पीड़ित ने बताया कि वह जब अपने पैसे लेने के लिए बोला तो आरोपियों ने वर्ली में एक करीब 150 वर्ग मीटर का फ्लैट देने की कोशिश की। पर उसके डॉक्यूमेंट नहीं थे पर मैने अपने पैसे ही मांगे। इस चक्कर में मैं उनके ऑफिस आने जाने लगा तो उन्होंने मुझे मेरी रकम यानि 4.60 करोड़ का पोस्ट डेटेड चेक दिया। पीड़ित ने कहा कि  उसे जब बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसकी शिकायत करने ऑफिस पहुंचा तो पता चला कि वे और भी लोगों को ऐसे ही धोखा दे रहे है। मेरी मूल रकम के साथ इंवेस्टमेंट रिटर्न नहीं मिलने पर शिकायत दर्ज कराई है।

मामले की जांच में लगी पुलिस ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ आईपीसी की अलग अलग धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। इंवेस्टिगेशन के लिए केस EOW (Economic Offences Wing) को भेजा गया है।

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