सार

मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार को शुक्रवार 27 सितंबर को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) दफ्तर में पेश होना है। जिसके लिए दफ्तर के पास धारा 144 लागू कर दी गई है। समर्थकों के हंगामे की आशंका के कारण पूरे एरिया में 144 लागू कर दी गई है। ईडी के सामने पवार की पेशी पर सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए। बैलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के दफ्तर में पेश होने से पहले शरद पवार ने अपने समर्थकों से दफ्तर के सामने एकजुट ने होने की अपील की।

मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार को शुक्रवार 27 सितंबर को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) दफ्तर में पेश होना है। जिसके लिए दफ्तर के पास धारा 144 लागू कर दी गई है। समर्थकों के हंगामे की आशंका के कारण पूरे एरिया में 144 लागू कर दी गई है। ईडी के सामने पवार की पेशी पर सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए। बैलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के दफ्तर में पेश होने से पहले शरद पवार ने अपने समर्थकों से दफ्तर के सामने एकजुट ने होने की अपील की।

दूसरी ओर पवार के पोते रोहित पवार ने कार्यकर्ताओं से मुंबई में जुटने की अपील की। जिससे शरद पवार की पेशी के दौरान हंगामा होने के आसार हैं। जिसके तहत बलार्ड एस्टेट के आसपास धारा 144 लागू लगाई गई। एनसीपी कार्यालय में पुलिस की टीम स्निफर डॉग के साथ पहुंच चुकी है।

पवार ने कहा जांच में करूंगा सहयोग- 

पेशी से पहले पवार ने गुरुवार को एक बयान दिया था, उन्होंने कहा- हम संविधान का आदर करने वाले लोग हैं, इसलिए पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ जांच में सहयोग करेंगे। आपको बता दें कि पवार ईडी की ओर से मनी लांड्रिंग मामले में नामित हैं। 

विधानसभा चुनाव से पहले पवार पर केस दर्ज होने पर पार्टी पर बड़ा संकट- 

वह खुद शुक्रवार को दोपहर ईडी कार्यालय में पेश होंगे। विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार पर केस दर्ज होने से पार्टी पर बड़ा संकट नजर आ रहा है वहीं कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। 1 महीने पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस को एमएससीबी मामले में पवार और अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसके बाद पार्टी के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था।


आखिर क्या है मनी लांड्रिंग मामला-

आपको बता दें कि ईडी ने पवार और उनके भतीजे पर महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक (एमएससीबी) में 25 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का केस दर्ज किया है। शरद पवार, उनके भतीजे अजीत पवार सहित अन्य नेताओं और कई अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज है। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं जिसमें 21 को मतदान होंगे और 27 को नतीजे आएंगे। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय के इस कदम ने राज्य में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है।