सार

मदरसों पर लाउडस्पीकर को लेकर कट्टरपंथी संगठनों के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ हिंदूवादी संगठन इस पर आपत्ति जता रहे हैं तो दूसरी ओर पीएफआई ने इन लाउडस्पीकर्स की सुरक्षा का ऐलान करते हुए चेतावनी दे डाली है। 

नई दिल्ली। लाउडस्पीकर का मुद्दा देश में जोर पकड़ता जा रहा है। मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में मस्जिदों और मदरसों में लाउडस्पीकर से अजान के खिलाफ मोर्चा खोले हिंदू संगठनों के बाद अब पीएफआई (Popular Front of India) ने भी दूसरी ओर मोर्चा संभाल लिया है। महाराष्ट्र में पीएफआई (PFI) ने साफ-साफ चेतावनी दी है कि यदि उनके मदरसों या मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर्स के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की गई तो वह इसका प्रतिरोध करने के लिए हर मस्जिद या मदरसे पर खड़े दिखेंगे। 

छेड़ेगा कोई तो छोड़ेंगे नहीं...

सोशल मीडिया पर पीएफआई का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। यह वीडियो महाराष्ट्र का बताया जा रहा है। इस वीडियो में एक मौलाना काफी संख्या में लोगों को संबोधित करते हुए कहते दिख रहे हैं कि कुछ लोगों को उनके अजान से, उनके नमाज से, मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर से दु:ख हो रहा है। कुछ लोग लॉ एंड आर्ड के सिचुएशन को अपने हाथों में लेकर माहौल खराब करना चाह रहे हैं। वीडियो में शख्स ने कहा कि मैं एक ही बात कहना चाहता हूं, हम अमन चाहते हैं। पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का नारा है कि हम मजलूम हमारा है। लेकिन हम कहना चाहते हैं कि हमको छेड़ों मत, हमको छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं। पीएफआई के नेता ने चेताया कि एक भी मदरसा, एक भी मस्जिद या एक भी लाउडस्पीकर पर आपने हाथ लगाने की कोशिश की तो प्रतिरोध करती हुई पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नजर आएगी। 

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने तीन मई तक की दी है मोहलत

दरअसल, महाराष्ट्र में मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर राजनीति एक बार फिर जोर पकड़ रही है। बीते दिनों महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि 3 मई तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद कर दें, नहीं तो वे लोग स्पीकर में हनुमान चालीसा बजाएंगे। बाला साहेब ठाकरे के भतीजा राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि यह एक सामाजिक मुद्दा है, धार्मिक नहीं। मैं राज्य सरकार से कहना चाहता हूं कि हम इस विषय पर पीछे नहीं हटेंगे, आप जो करना चाहते हैं वह करें।

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