सार

जावड़ेकर ने मोदी की रैली के लिए पेड़ों की कटाई का किया बचाव। उन्होंने कहा,‘‘मोदी की रैली के लिए पेड़ों को काटे जाने पर इतना बवाल क्यूं? पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों और अन्य नेताओं की रैलियों के लिए पेड़ काटे जा चुके हैं। पहले इस प्रकार की कोई जागरुकता क्यूं नहीं थी।’’

मुंबई: केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी रैली के लिए पेड़ काटे जाने का बचाव करते हुए कहा कि ऐसा पहले भी हो चुका है लेकिन उससे अधिक पौधे भी लगाए गए थे। केन्द्रीय मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि 17 अक्टूबर को होने वाली मोदी की रैली के लिए पुणे शहर के सर परशुराम कॉलेज परिसर में कुछ पेड़ों को काटा गया है। मोदी की रैली कॉलेज के मैदान में होनी है। उन्होंने कहा,‘‘हर बार जब हम पेड़ काटते हैं,तो हम पहले से ज्यादा पौधे लगाते हैं। यह वन विभाग का नियम है।’’ 

BJP का बचाव- पहले भी काटे जा चुके हैं  रैलियों के लिए पेड़ 

जावड़ेकर ने कहा,‘‘मोदी की रैली के लिए पेड़ों को काटे जाने पर इतना बवाल क्यूं? पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों और अन्य नेताओं की रैलियों के लिए पेड़ काटे जा चुके हैं। मुझे हैरत है कि पहले इस प्रकार की कोई जागरुकता क्यूं नहीं थी।’’ महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा,‘‘हमें यह मुद्दा पूर्ववर्ती (कांग्रेस-राकांपा) सरकार से मिला है।’’ केन्द्रीय मंत्री ने कहा,‘‘किसान आत्महत्या की घटनाएं केवल पांच जिलों में हो रही हैं क्योंकि वहां सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने राकांपा पर भी निशाना साधा और पंजाब महाराष्ट्र को ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक संकट के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा,‘‘ पीएमसी बैंक संकट राकांपा की वजह से है।’’ केन्द्रीय मंत्री ने हिंदू विचारक विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की भाजपा की मांग का स्वागत किया। गौरतलब है कि भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने अपने चुनावी घोषणापत्र में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान सावरकर को देने की मांग की है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)