सार

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहला राफेल लड़ाकू विमान लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ‘‘अचानक’’ फ्रांस जाने के मकसद पर रविवार को सवाल किया।

मुंबई(Mumbai). कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहला राफेल लड़ाकू विमान लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ‘‘अचानक’’ फ्रांस जाने के मकसद पर रविवार को सवाल किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को विवादास्पद सौदे में की गयी ‘‘गलतियों’’ का अपराधबोध हो रहा है।

मुंबई के चांदिवली विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक में कथित फर्जीवाड़े का मुद्दा भी उठाया। बैंक में हुए फर्जीवाड़े की वजह से लोगों के रकम निकालने पर सीमित पाबंदी लगायी गयी है।

उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछा, "ऐसा लगता है कि राफेल सौदा अब भी भाजपा को परेशान कर रहा है...(अगर नहीं) तो राजनाथ सिंह पहला लड़ाकू विमान लेने के लिए फ्रांस क्यों गए?"

चांदिवली में मौजूदा कांग्रेस विधायक नसीम खान का मुकाबला शिवसेना के दिलीप लांडे से है।

 

"रक्षा अधिकारियों ने दावा किया कि प्रधानमंत्री राफेल लड़ाकू विमान सौदे में दखल दे रहे हैं"- राहुल
राहुल ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुए राफेल सौदे में "अनियमितताओं" का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा,  "भाजपा नेताओं के मन में कुछ अपराधबोध है कि उन्होंने राफेल सौदे में गलती कर दी। रक्षा अधिकारियों ने भी दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल लड़ाकू विमान सौदे में दखल दे रहे हैं। इस सच से कोई नहीं भाग सकता, न तो नरेंद्र मोदी, न ही अमित शाह और न ही भाजपा। एक दिन सच उन्हें पकड़ेगा।"  उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि राफेल सौदा विवादास्पद था और  "कुछ रिश्वत दी गई थी।"

राहुल ने कहा, "सौदा अब भी (भाजपा को) परेशान कर रहा है । इसलिए हमारे रक्षा मंत्री पहला लड़ाकू विमान लेने फ्रांस गए थे। अब तक कोई भी इस तरह लड़ाकू विमान लेने आपूर्ति करने वाले देश में नहीं गया था।"

रक्षा मंत्री ने मंगलवार को भारतीय वायु सेना की ओर से फ्रांस से पहला राफेल लड़ाकू विमान लिया ।

फ्रांस में पहला लड़ाकू विमान सौंपे जाने के कार्यक्रम में शामिल हुए सिंह ने इसे "ऐतिहासिक" क्षण बताया था और कहा था कि इससे भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ेगी।

 

राहुल ने कहा- "अंग्रेजों ने भारत को बांटा और लूटा, वैसा ही भाजपा कर रही है"
राहुल ने आरोप लगाया कि जिस तरह आजादी से पहले अंग्रेजों ने भारत को बांटा और लूटा, वैसा ही भाजपा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, "भाजपा भारत को बांट और लूट रही है, जैसा आजादी के पहले ब्रिटेन के लोगों ने किया था। भाजपा नेता इन दिनों जहां भी जाते हैं, वे बांटते हैं और अशांति फैलाते हैं।" 

भाजपा पर कुछ कॉरपोरेट घरानों के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि वे भी देश को लूट रहे हैं। राहुल ने कहा, "एक समय था जब अमेरिकी राष्ट्रपति कहते थे कि भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिकी अर्थव्यवस्था से मुकाबला कर सकती है । अब कोई नहीं कहता।"

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर साधा निशाना

उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के लिए उन पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को बदला नहीं जा सकता क्योंकि यह संसद द्वारा पारित कानून है ।

उन्होंने कहा, "अगर आप कानून के नाम पर जीएसटी में बदलाव नहीं कर सकते तो मत भूलें कि मनरेगा भी एक कानून था, जिसमें आपने बदलाव किया। खाद्य सुरक्षा कानून को भी बदला गया और आप आदिवासी कानून (उनकी भूमि जोत मुक्त करने के लिए) को भी बदलना चाहते हैं। यह ठीक नहीं है।"

राहुल ने पीएमसी बैंक के कुछ निदेशकों और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच कुछ "जुड़ाव" का भी उल्लेख किया। राहुल ने कहा, "अगर नरेंद्र मोदी, शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मूल मुद्दों के बारे में बात नहीं कर सकते तो कम से कम पीएमसी बैंक पर तो वो बात करे लें। उन्हें निदेशक मंडल और भाजपा नेताओं के साथ उनके कथित जुड़ाव पर भी बोलना चाहिए।"

पीएमसी बैंक के कुछ जमाकर्ताओं ने मुंबई के भाजपा कार्यालय में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात कर मामले को तत्काल प्रभाव से सुलझाने की मांग की थी । वित्त मंत्री ने उनलोगों को आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को भारतीय रिजर्व बैंक के साथ उठायेंगी ।

राहुल ने बाद में मुंबई के धारावी में एक अन्य रैली को भी संबोधित किया । धारावी एशिया की सबसे बड़ी झुग्गियों में से एक है। इससे पहले कांग्रेस नेता ने प्रदेश के मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर जिले के औसा में भी एक रैली को संबोधित किया था। राहुल ने उस वक्त अपना कुछ समय के लिए भाषण रोक दिया, जब रैली की पृष्ठभूमि में ‘आजान’ सुनाई पड़ा।