सार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि हाईकमान की तरफ से सिर्फ दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने के महाअघाड़ी विकास के प्रस्ताव का नकार दिया गया है। उनका कहना है कि पार्टी ने जो समीकरण सेट किए हैं, उसी के अनुसार तीसरे कैंडिडेट को उतारा गया है। MVA वोटिंग से बचने अपने एक उम्मीदवार को वापस बुला सकती है।
मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) में 24 साल बाद होने जा रहा राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2022) काफी दिलचस्प हो गया है। एक तरफ चुनाव से पहले महाअघाड़ी को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है। उसने अपने विधायकों को मुंबई (Mumbai) के एक होटल में ठहराने का फैसला लिया है तो दूसरी तरफ बीजेपी मुकाबले के लिए तैयार दिखाई दे रही है। राज्य में छह सीटों पर 10 जून को वोट डाले जाएंगे। कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं।
1998 में आखिरी बार चुनाव
सूबे में आखिरी बार राज्यसभा के लिए चुनाव 24 साल पहले 1998 में हुआ था। तब पार्टी के पास पर्याप्त संख्या बल भी था लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार राम प्रधान चुनाव जीत नहीं सके थे। उस साल गुप्त मतदान प्रक्रिया से चुनाव हुए लेकिन अब वोट डालने से पहले विधायकों को अपने-अपने पार्टी सचेतक को दिखाना होगा।
शिवसेना का दावा-चार सीट जीतेंगे
शिवसेना (Shiv Sena) को डर है कि बीजेपी चुनाव में जोड़-तोड़ कर सकती है। यही कारण है कि वह चाहती थी कि चुनाव अभी टाल दिए जाए। हालांकि पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के चार उम्मीदवार हैं और वह चार सीट जीतने जा रही है। उन्होंने बीजेपी (BJP) की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं।
बीजेपी ने मुकाबले को दिलचस्प बनाया
इधर, बीजेपी ने तीन उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महाडीक बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं। जबकि NCP की तरफ से प्रफुल्ल पटेल उम्मीदवार हैं। जबकि शिवसेना ने संजय राउत और संजय पवार को उम्मीदवार बनाया हैं। कांग्रेस की तरफ से इमरान प्रतापगढ़ी मैदान में हैं। इस तरह महाविकास अघाड़ी के चार और बीजेपी के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। अब छठी सीट के लिए उसके और शिवसेना के बीच कड़ी टक्कर होगी।
बीजेपी पीछे हटने के मूड में नहीं
शुक्रवार को महाअघाड़ी विकास के तीन नेता छगन भुजबल, सुनील केदार और अनिल देसाई ने पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से मुलाकात की और अपने तीसरे उम्मीदवार के नाम को वापस लेने का अनुरोध किया। उसकी तरफ से कहा गया कि बीजेपी इसी महीने के आखिरी में होने वाले विधान परिषद चुनावों में एक ज्यादा सीट ले सकती है। हालांकि बीजेपी की तरफ से इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया है।
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