सार
फ्रांस में राफेल विमान की पूजा को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, कि शस्त्र पूजा कोई अंधविश्वास नहीं है। यह हमारी परंपरा का प्रतीक रहा है।
मुंबई(Mumbai). महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान नजर अंदाज किए गए कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व मुंबई अध्यक्ष संजय निरुपम लगभग पूरी तरह से बगावती मूड में नजर आए हैं। निरुपम ने अब शस्त्रपूजा के बहाने बीजेपी का सपोर्ट किया है। फ्रांस में राफेल विमान की पूजा को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, कि शस्त्र पूजा कोई अंधविश्वास नहीं है। यह हमारी परंपरा का प्रतीक रहा है।
अपनी ही पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को निशाने पर लेते हुए कहा, समस्या यह है कि खड़गे नास्तिक हैं। इसी वजह से उन्हें शस्त्र पूजा, तमाशा लगता है। ऐसा मानने वाले केवल एक प्रतिशत हैं। और एक प्रतिशत लोगों के विचार कांग्रेस के नहीं हो सकते।
बताते चलें कि विजयादशमी के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राफेल की शस्त्र पूजा के लिए फ्रांस में थे। रक्षा मंत्री ने राफेल पर ओम लिखा, रक्षासूत्र बांधा और पहिए पर नींबू रखे थे। राफेल सामरिक रूप से भारत के लिए महत्वपूर्ण रक्षा खरीदी है। हालांकि शस्त्रपूजा की तस्वीरें सामने आने के बाद विपक्षी केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
शस्त्रपूजा पर खड़गे ने क्या कहा था?
बुधवार को खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने इतना दिखावा नहीं किया था जब बोफोर्स जैसा हथियार की खरीदी की गई थी। .
संजय निरुपम लगातार अपनी पार्टी और कुछ नेताओं पर खुलकर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव की मीटिंग के बहाने खड़गे का मजाक उड़ाया था। संजय ने कहा था, "चुनाव की रणनीति बनाने के लिए खड़गे ने रविवार को मीटिंग बुलाई थी। जो महज 15 मिनट में खत्म हो गई। किसी को बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने मेरा मजाक उड़ाया और चले गए।"
इसी महीने 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में चुनाव होने हैं। कांग्रेस, एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। हालांकि चुनाव की घोषणा से पहले ही पार्टी नाताओं के आपसी मतभेद सड़क पर आ गए हैं। संजय निरुपम ने खुलकर पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है।