सार

पात्रा चॉल घोटाले के मामले  से संजय राउत से पूछताछ हो रही है। ये चॉल मुंबई के गोरेगांव में है। ईडी की रिमांड एप्लिकेशन में कहा गया है कि प्रवीण राउत ने अवैध तरीके से जमीनें बेची थी जिस कारण से उसे 112 करोड़ मिले।

मुंबई. शिवसेना सांसद संजय राउत 4 अगस्त तक ED की कस्टडी में हैं। पात्रा चॉल घोटाले  में संजय राउत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ED द्वारा कोर्ट में पेश किए गए रिमांड एप्लिकेशन में यह कहा गया था कि संजय राउत पात्रा चॉल स्कैम के मुख्य साजिशकर्ता हैं। हालांकि कोर्ट ने ED को निर्देश दिए हैं कि रात 10 बजे के बाद संजय राउत से कोई पूछताछ नहीं होगी। इसके साथ ही उनकी हेल्थ का भी ध्यान रखा जाएगा। क्योंकि वो हार्ट के मरीज हैं।

प्रवीण-संजय से हो सकती है पूछताछ
इस घोटाले में पहले से गिरफ्तार प्रवीण राउत को संजय राउत का खास माना जा रहा है। ईडी आज दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है। बता दें कि रविवार को ईडी की टीम ने संजय राउत के आवास पर रेड की थी। ये कार्रवाई करीब 9 घंटे चली थी। इसके बाद संजय राउत को हिरासत में लिया गया था। बाद में ईडी की टीम ने उन्हें अरेस्ट किया था। सोमवार को कोर्ट में पेश किए गए थे। 

संजय राउत को दिए गए थे पैसे
प्रवीण को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) से मंजूरी भी इसलिए मिली थी कि वो शिवसेना सांसद संजय राउत के करीबी थे। इस मामले में प्रवीण ने अवैध तरीके से करीब 112 करोड़ रुपए लिए थे। बताया जा रहा है कि इनमें से 1 करोड़ 6 लाख रुपए संजय राउत और उनकी फैमली को ट्रांसफर किए गए थे। माना जा रहा है कि यह रकम और ज्यादा हो सकती है। 

ईडी की रिमांड एप्लिकेशन में कहा गया है कि प्रवीण राउत ने अवैध तरीके से जमीनें बेची थी जिस कारण से उसे 112 करोड़ रुपए मिले थे। रिपोर्ट के अनुसार, संजय राउत ने फैमली के साथ विदेश में छुट्टियां भी मनाई हैं। संजय राउत ने ही इस घोटले की साजिश रची थी। ऐसा दावा किया गया है। 

क्या है मामला
पात्रा चॉल घोटाले के मामले  से संजय राउत से पूछताछ हो रही है। ये चॉल मुंबई के गोरेगांव में है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) की जमीन है। इसमें 1034 करोड़ का घोटाले का आरोप है। इस घोटाले से जुड़े बिल्डर प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी के द्वारा संजय राउत की पत्नी के एकाउंट में 55 लाख रुपए ट्रांसफऱ किए थे। ED की टीम इसी बात की जांच कर रही है कि ये पैसे क्यों भेजे गए थे और कहां से आए थे। 

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