सार
महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi) पर सकंट के बादल मंडराने लगे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) 25 विधायकों को लेकर सूरत पहुंचे हैं। ऐसे कयास लगने लगे हैं कि अब किसी भी वक्त उद्धव ठाकरे का तख्ता पलट हो सकता है।
मुंबई. महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत बड़ा भूचाल आ गया है, शिवसेना की सरकार पर अपने ही मंत्री एकनाथ शिंदे के चलते संकट गहराने लगा है। क्योंकि ठाकरे परिवार के सबस वफादार माने जाने वाले शिंदे 25 विधायकों के साथ गुजरात चले गए हैं।वह इन विधायकों के साथ सूरत की एक होटल में रुके हुए हैं। राजनीतिक गलियलारों में चर्चा होने लगी है कि अब किसी भी वक्त महा अघाड़ी सरकार का तख्ता किसी भी समय पलट सकता है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। वहीं बीजेपी नेता इससे खुश हो रहे हैं, क्योंकि शिवसेना की सरकार गिसी तो इसका उनको सीधा फायदा होगा। साथ ही भाजपा एक बार फिर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। क्योंकि भाजपा के पास ऐसे तीन विकल्प हैं जिसकी दम पर वह सरकार बना सकती है।
अमित शाह-जेपी नड्डा के घर पहुंचे तो फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना
मीडिया में खबरें चल रही हैं कि महाराष्ट्र में मची सियासी उथल पुथल के बीच प्रदेश के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस मुंबई से दिल्ली रवाना हो गए हैं। जहां वह बीजेपी हाईकमानों से राज्य के हालात पर चर्चा करने वाले हैं। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पहुंचे हैं। कुछ ही घंटों में महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
बीजेपी के पास सरकार बनाने के ये तीन विकल्प
पहला विकल्प:.अगर महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार गिरती है तो बीजेपी सबसे पहले सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। भले ही पर्याप्त संख्या नहीं है, लेकिन राजनीतिक लोग संभावना भी जता रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर बीजेपी, एनसीपी और बागी विधायकों के साथ मिलकर सरकार बना सकती है। बीजेपी के पास 106 विधायक हैं, जबकि एनसीपी के पास 53 एमएलए हैं, वहीं 25 बागी विधायकों के मिल जाने से सरकार बन सकती है।
दूसरा विकल्प: महाराष्ट्र में छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों की संख्या 29 है, जिससे से कई विधायक भाजपा के साथ हैं। वहीं बीजेपी के पास अपने विधायकों की संख्या 106 है। 25 बागी विधायक और छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों के साथ बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
तीसरा विकल्प: वहीं महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टी बीजेपी के पास तीसर विकल्प है कि वह सत्ताधारी दल यानि शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना ले। बीजेपी के पास 106 विधायक और शिवसेना के 55 विधायक मिल जाते हैं तो संख्या पूरी हो जाती है। क्योंकि इससे पहले भी शिवसेना और बीजेपी राज्य में साथ सरकार बना चुकी हैं। हालांकि इस बार ऐसा संभव होना मुश्किल लग रहा है। क्योंकी यह सीधी लड़ाई अब बीजेपी और शिवसेना के बीच हो चली है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन सत्ता के लिए दोनों ही दलों की राहें जुदा हो गई थीं।
बीजेपी से अलग होकर शिवसेना ने ऐसे बनाई थी सरकार
बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन सत्ता के लिए दोनों ही पार्टियां अलग हो गईं। जबकि दोनों दलों की विचारधार एक होने के अलावा सालों का साथ था। शिवसेना ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा किया तो बीजेपी ने साफ इंकार कर दिया। इसके बाद शिवसेना के 56, एनसीपी के 53 और कांग्रेस के 44 विधायकों ने मिलकर सरकार बनाई और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। वहीं महा विकास अघाड़ी सरकार के लिए सपा के 2, पीजीपी के 2, बीवीए के 3 और 9 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी मिला।
बीजेपी का दावा जल्द देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में होगी बीजेपी की सरकार
वहीं महाराष्ट्र में मचे सियासी भूचाल के बीच बीजेपी विधायक शिवेंद्रराजे भोसले का बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि महाराष्ट्र में जल्द ही देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब हलचल शुरू हुई है, अभी तो यह सिर्फ आगाज है। देखते जाओ आगे-आगे क्या होता है।