सार

कोरोना महामारी के बीच 1 जून से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों के टिकट बुकिंग के लिए रेलवे स्टेशनों पर काउंटर खोल दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि अब तक 1 हजार टिकट काउंटर्स खोले जा चुके हैं। जरूरत के अनुसार आगे चलकर और भी ज्यादा खोले जाएंगे। 

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के बीच 1 जून से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों के टिकट बुकिंग के लिए रेलवे स्टेशनों पर काउंटर खोल दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि अब तक 1 हजार टिकट काउंटर्स खोले जा चुके हैं। जरूरत के अनुसार आगे चलकर और भी ज्यादा खोले जाएंगे। बता दें कि जब ट्रेन चलाने का ऐलान किया गया था, तब कहा गया था सिर्फ ई टिकट बुकिंग होगी। लेकिन अब काउंटर से भी टिकट ले सकते हैं।

क्या वेटिंग टिकट बुक हो रहे हैं?
विनोद कुमार यादव ने बताया, बुकिंग के वक्त वेटिंग टिकट बुक हो रहे हैं, लेकिन वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते हैं। वेटिंग टिकट इसलिए दिया जा रहा है, क्योंकि कई लोग टिकट लेने के बाद कैंसिल भी कर देते हैं।

आरएसी टिकट मिल रहा है क्या?
उन्होंने कहा, आरएसी टिकट भी दिया जा रहा है। आरएसी टिकट से यात्रा कर सकते हैं। आरएसी टिकट इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि आरएसी टिकट के कन्फर्म होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। 

अब तक 2600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं
रेलवे मंत्रालय ने शनिवार को लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने में रेलवे के प्रयासों का जिक्र किया। रेलवे ने बताया, लॉकडाउन में 1 मई से अब तक 2600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इनमें करीब 35 लाख श्रमिक अपने घर पहुंचे। रेलवे ने बताया इनमें से करीब 26 लाख यात्रियों ने एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा की। जबकि करीब 9 लाख ऐसे यात्री हैं, जिन्होंने राज्य के भीतर यात्रा की।

- रेलवे के चेयरमैन विनोद यादव ने बताया, पहले दिन 1 मई को सिर्फ 4 ट्रेनें चलाई गई थीं। इनमें सिर्फ 4000 यात्रियों ने यात्रा की थी। सबसे ज्यादा ट्रेनें 20 मई को 279 चलाई गईं। औसत हर रोज 260 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। अगले 10 दिन में 2600 ट्रेनें चलाई जाएंगी।

25 मार्च से बंद है रेल सेवा
भारतीय यात्री रेल सेवा लॉकडाउन के पहले चरण यानी 25 मार्च से बंद है। हालांकि, बाद में रेलवे ने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए राज्यों की सिफारिश पर स्पेशल श्रमिक ट्रेनें शुरू की थीं। इसके बाद 12 मई को दिल्ली से 15 जोड़ी ट्रेनें शुरू की गई हैं।