सार

समीना की मां शहनाज बीवी ने बताया कि, उनके बेटे की बर्फबारी में मौत हो चुकी है बेटी को जीवित देख वो काफी खुश हैं। य एकदम चमत्कार जैसा है। 

मुजफ्फराबाद. पाक अधिकृत कश्मीर में करीब 18 घंटे तक बर्फ में दबी रहने के बाद एक लड़की जिंदा बचा लिया गया। हिमस्खलन में लड़की सहित सैकड़ों लोग बर्फ के नीचे दब गए थे। जिनमें से कुछ को सुरक्षित बाहर निकाल लिा गया। सभी का मुजफ्फराबाद स्थित असप्ताल में इलाज जारी है। 

12 साल की समीना हिमस्खलन के दौरान बर्फ खिसकने से नीचे गहरे गड्ढे में गिर गई थी। तब उसने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। 18 घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार पीओके के अधिकारियों ने बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला। अस्पताल में पीड़ित समीना का कहना है कि, उसे लगा था वो बर्फ के नीचे दबकर मर ही जाएगी। 

ठंड का प्रकोप

रविवार से हो रही भारी बर्फबारी, तूफान और जीरो तापमान के कारण बढ़ी कड़ाके की ठंड ने अभी तक क्षेत्र में करीब 76 लोगों की जान ले ली है। आपदा मंत्रायल के एक मंत्री ने कहा कि, नीलम घाटी सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा है जहां से करीब 21 शवों को निकाला गया। यहां ठंड का प्रकोप बहुत ज्यादा है। 

बेटी का जिंदा बचना चमत्कार जैसा

वहीं समीना की मां शहनाज बीवी ने बताया कि, उनके बेटे की बर्फबारी में मौत हो चुकी है बेटी को जीवित देख वो काफी खुश हैं। य एकदम चमत्कार जैसा है। उनका कहना था कि, बेटी के इतने घंटों बर्फ में दबे रहने के बाद उन्होंने उम्मीद छोड़ दी थी। 

हो चुकी है कई मौतें

वहीं समीना ने बर्फ के अंदर अपनी आपबीती सुनाई। उसने कहा कि, वो बर्फ के अंदर मदद का इंतजार कर रही थी, नींद उड़ चुकी थी, पैर फ्रैक्चर हो गया और मुंह से खून की उल्टियां हो रही थी। समीना की मां ने बताया कि, हम लोग उस समय आग सेंक रहे थे जब हिमस्खलन हुआ, ये एक पल में हुआ हमें कुछ पता नहीं चला और हमारे पड़ोस के एक घर में सभी 18 लोग बर्फ में दबकर मर गए।