सार
देहरादून के बाड़वाला में जगतग्राम स्थित पुरातात्विक साइट पर एक ईंट मिली है। बताया जा रहा है कि अश्वमेघ यज्ञ स्थल पर मिली यह ईंट 1700 साल पुरानी बताई जा रही है। इस ईंट में ब्राह्मी लिपि में कुछ संदेश लिखा है। ईंट को संग्रहित करने के साथ ही अभी भी खुदाई की जा रही है।
देहरादून. देहरादून के बाड़वाला में जगतग्राम स्थित पुरातात्विक साइट पर एक ईंट मिली है। बताया जा रहा है कि अश्वमेघ यज्ञ स्थल पर मिली यह ईंट 1700 साल पुरानी बताई जा रही है। इस ईंट में ब्राह्मी लिपि में कुछ संदेश लिखा है। ईंट को संग्रहित करने के साथ ही अभी भी खुदाई की जा रही है।
पूर्व सांसद तरूण विजय और भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी तरुण विजय की देखरेख में अश्वमेघ यज्ञ स्थल का कायाकल्प किया जा रहा है। तरूण विजय ने साइट पर व्याख्या केंद्र जैसी नई सुविधाओं को मंजूरी देने समेत तमाम सुविधाओं के लिए डीजी एएसआई विद्यावती को धन्यवाद दिया।
सीएम से की क्षेत्र की विकसित करने की मांग
तरुण विजय ने उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह से अपील की कि वे एक्सेस रोड के काम को जल्द पूरा करने का आदेश दें। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्ल्ड क्लास हिंदू साइट तक पहुंच का कोई साधन नहीं है। इस साइट को राज्य संरक्षण की जरूरत है। साथ ही तीसरी सी यज्ञ वेदी ईंट के सरंक्षण की जरूरत है।
तरुण विजय उत्तराखंड के दुर्लभ स्मारक को लगातार पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र को अंतररार्ष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए यहां संग्रहालय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पूरे क्षेत्र को इस तरह से विकसित किया जाएगा, जिससे कि यह अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के तौर पर पहचान बना सके और देहरादून का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन सके।