केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन बोले- कहां खतरे में है संविधान
विपक्ष के सांसदों द्वारा संसद में संविधान की प्रति लेकर आने के मामले में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, "कहां संविधान खतरे में है। कौन सा संविधान बदला जा रहा है। अगर वे ये सोचते हैं कि संवैधानिक संस्थाएं जो कार्रवाई कर रही हैं, उसमें सरकार हस्तक्षेप कर रुकवा दे और नहीं रुकवाएगा तो संविधान खरते में है। संवैधानिक संस्थाएं अपनी कार्रवाई कर रहीं हैं। जैसा करिएगा, वैसा भरिएगा।"
धर्मेंद्र प्रधान के शपथ के दौरान विपक्ष ने लगाए नारे
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सांसद के रूप में सदन में शपथ ले रहे थे। इस दौरान विपक्षी दलों के सांसदों ने नारेबाजी की। NEET..NEET.. और शेम..शेम.. के नारे लगाए गए।
भारत के संविधान को छू नहीं सकती कोई भी शक्ति: राहुल गांधी
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन में संविधान की प्रतियां दिखाई। इसके बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री और अमित शाह संविधान पर हमला कर रहे हैं। यह हमें स्वीकार्य नहीं है। हम यह होने नहीं देंगे। इसलिए, हमने शपथ लेते समय संविधान पकड़ा। हमारा संदेश जा रहा है। भारत के संविधान को कोई भी शक्ति नहीं छू सकती।"
संविधान की प्रति लेकर विपक्ष के सांसदों ने किया विरोध प्रदर्शन
विपक्ष के सांसदों ने संसद परिसर में संविधान की प्रति लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य नेता मौजूद रहे।
राजनाथ सिंह ने लिया शपथ
18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए सभी सांसदों को एक के बाद एक शपथ दिलाई जा रही है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शपथ लिया है।
सांसद के रूप में नरेंद्र मोदी ने लिया शपथ
18वीं लोकसभा के सांसद के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लिया है। प्रोटेम स्पीकर ने उन्हें शपथ दिलाई। इस दौरान सांसदों ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
18वीं लोकसभा की कार्यवाही शुरू
18वीं लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। विपक्ष द्वारा सदन में नारेबाजी की गई है। प्रोटेम स्पीकर ने वायनाड से राहुल गांधी के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। राहुल गांधी दो सीट से चुनाव लड़े। वह दोनों जगह जीत गए थे। उन्होंने वायनाड के सांसद पद से इस्तीफा दिया है। यहां उपचुनाव होगा। वह रायबरेली के सांसद बने रहेंगे।
सदन में ड्रामा नहीं चाहते लोग, देश को है अच्छे विपक्ष की जरूरत: नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, "देश की जनता विपक्ष से अच्छे कदमों की अपेक्षा रखती है। अब तक जो निराशा मिली है शायद इस 18वीं लोकसभा में विपक्ष देश के सामान्य नागरिकों की अपेक्षा, लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने की अपेक्षा पर खड़ा उतरेगा। मैं आशा करता हूं। लोगों की अपेक्षा होती है कि सदन में चर्चा हो। लोगों को ये अपेक्षा नहीं है कि नखरे होते रहें, ड्रामा होते रहे। देश को एक अच्छे विपक्ष की आवश्यकता है, जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है। मुझे पक्का विश्वास है कि 18वीं लोकसभा में हमारे जो सांसद चुनकर आए हैं वे लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करेंगे।"
तीसरे कार्यकाल में हम पहले से तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे: नरेंद्र मोदी
पीएम ने कहा, "जनता ने हमें तीसरी बार मौका दिया। ये बहुत ही महान विजय है। हमारा दायित्व भी तीन गुना बढ़ गया है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि हमारे तीसरे कार्यकाल में हम पहले से तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे। हम परिणामों को भी तीन गुना लाकर रहेंगे। सभी सांसदों से देश को बहुत सी अपेक्षाएं हैं। सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि जनहित के लिए, लोकसेवा के लिए हम इस अवसर का उपयोग करें।"
इमरजेंसी के दौरान देश को बना दिया गया था जेल: नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज हम 24 जून को मिल रहे हैं। कल 25 जून है। यह न भूलने वाला दिन है। कल 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं। भारत की नई पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था। देश को जेल खाना बना दिया गया है। लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच लिया गया था। इमरजेंसी के ये 50 साल इस संकल्प के हैं हम गौरव के साथ संविधान की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में फिर में कभी कोई ऐसी हिम्मत नहीं करेगा जैसी 50 साल पहले की गई थी और लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा दिया गया था।”
पीएम नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे, बोले-सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत से पहले संसद पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि मैं सभी नए चुने गए सांसदों का हृदय से स्वागत करता हूं। सभी को शुभकामनाएं देता हूं। पहली बार नए संसद भवन में सांसद शपथ लेंगे। आज का दिन गौरवमय है। आज 18वीं लोकसभा का प्रारंभ हो रहा है। विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से संपन्न हुआ। यह हर भारतीय के लिए गौरव की बात है। 65 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। आजादी के बाद दूसरी बार किसी सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने के लिए देश की जनता ने अवसर दिया है। यह अवसर 60 साल बाद आया है। जब देश की जनता ने तीसरे कार्यकाल के लिए इस सरकार को पसंद किया है, मतलब उसकी नीयत, नीतियों और जनता के प्रति उसके समर्पण पर मुहर लगाई है। पिछले 10 साल में जिस परंपरा को हमने स्थापित करने का प्रयास किया है। हम मानते हैं सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी होता है, देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं।
विपक्ष आक्रामक रुख अपनाने के मूड में है विपक्ष
लोकसभा चुनाव में भाजपा को अकेले बहुमत नहीं मिली है। वहीं, विपक्ष की ताकत बढ़ी है। संसद सत्र में विपक्ष की इस बढ़ी हुई ताकत का असर दिखेगा। विपक्ष आक्रामक रुख अपनाने के मूड में है। NEET-UG और NET परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ विपक्षी दलों के सांसद संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। सात बार भाजपा सांसद रहे भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच टकराव हो सकता है।