सार
बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने अपने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। वोटिंग की संभावना को देखते हुए भाजपा ने तीन लाइन का व्हिप अपने सांसदों को जारी किया है।
18th Lok Sabha Speaker Election: आजाद भारत में पहली बार लोकसभा स्पीकर चुनाव में वोटिंग की संभावना दिख रही है। 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी। विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिए जाने पर स्पीकर पद को लेकर आम सहमति नहीं बन सकी है। बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने अपने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। वोटिंग की संभावना को देखते हुए भाजपा ने तीन लाइन का व्हिप अपने सांसदों को जारी किया है।
दरअसल, पक्ष-विपक्ष के बीच लोकसभा स्पीकर पद के चुनाव में आम सहमित बनाने की जिम्मेदार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को था। राजनाथ ने मंगलवार की सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़े से फोन पर बातचीत की लेकिन खड़गे ने इंडिया गठबंधन को डिप्टी स्पीकर पद देने की मांग की। इस पर राजनाथ सिंह ने कुछ देर में वापस फोन करने की बात कही लेकिन इसके बाद उनका फोन नहीं आया। इसके बाद कांग्रेस ने अपने 8 बार के सांसद के.सुरेश को अध्यक्ष पद के कैंडिडेट के रूप में उतार दिया। जबकि बीजेपी ने अपने निवर्तमान स्पीकर ओम बिरला पर एक बार फिर दांव लगाया है। ओम बिरला, कोटा से सांसद हैं।
पहली बार वोट के जरिए चुना जाएगा स्पीकर
लोकसभा में अगर स्पीकर के लिए वोटिंग हुई तो ओम बिरला या के.सुरेश पहले प्रत्याशी होंगे जिनके जीत-हार का फैसला पर्ची वाले वोट से हुआ। बीजेपी यानी एनडीए के प्रत्याशी ओम बिरला हैं जिनका 10 सेटों में नामिनेशन हुआ है जबकि कांग्रेस या इंडिया की ओर से के.सुरेश प्रत्याशी हैं। के.सुरेश का पर्चा दाखिला तीन सेटों में हुआ है।
लोकसभा में नवनिर्वाचित सांसदों का सीटिंग अरेंजमेंट नहीं होने से ऑनलाइन वोटिंग नहीं हो सकेगी। पर्ची से वोट पड़ेंगे। उधर, दो दिनों के शपथ ग्रहण में 535 सांसदों का शपथ हो चुका है जबकि सात सांसदों का शपथ लेना शेष है। बचे सात सांसदों में शत्रुघ्न सिन्हा, शशि थरूर, दीपक अधिकारी, शेख नुरुल इस्लाम, अफजाल अंसारी, निर्दलीय अमृतपाल सिंह, शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद शामिल हैं। अमृतपाल सिंह और इंजीनियर राशिद जेल में हैं।
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