सार

यहां एक दर्दनाक मामला सामने आया है। रविवार को पतंक के तेज धार मांझे से एक तीन साल के मासूम की मौत हो गई। मांझा मासूम के गले में लिपट गया था, जिससे गला कट गया और उसकी जान चली गई।

चेन्नई. यहां एक दर्दनाक मामला सामने आया है। रविवार को पतंक के तेज धार मांझे से एक तीन साल के मासूम की मौत हो गई। मांझा मासूम के गले में लिपट गया था, जिससे गला कट गया और उसकी जान चली गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोपाल अपने तीन साल के बेटे अभिलेश्वरम के साथ रिश्तेदार के घर गए थे। यहां वे लौट रहे थे। बच्चा बाइक के पेट्रोल टैंक पर बैठा था। जब बाइक आरके नगर स्थित ब्रिज से गुजर रही थी तो एक तेज धार वाला मांझा उसके गले में अटक गया और उसका गला कट गया। इसके बाद बच्चे को तुरंत स्टेनली मेडिकल कॉलेज ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।  

कांच और केमिकल से बनता है मांझा 
तेज धार के लिए मांझा बनाने वाली कंपनियां कांच और केमिकल का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, इससे जान को खतरा रहता है। इस तरह के मांझे से पंछियों की भी जान चली जाती है। चेन्नई में पुलिस ने 2015 में इस तरह के मांझे पर रोक लगाने के लिए निर्देश जारी किए थे। पुलिस ने गोपाल की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। 

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