सार
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच 6 फरवरी को किसानों ने चक्का जाम बुलाया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस सूत्रों ने यह दावा किया है कि 6 फरवरी को चक्का जाम के दौरान उपद्रव होने की आशंका है।
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच 6 फरवरी को किसानों ने चक्का जाम बुलाया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस सूत्रों ने यह दावा किया है कि 6 फरवरी को चक्का जाम के दौरान उपद्रव होने की आशंका है। वहीं, कांग्रेस ने किसानों के चक्का जाम को समर्थन दिया है। उधर, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, हमारे पास सबूत हैं कि कुछ लोग उप्र और उत्तराखंंड में हिंसा फैलाने की कोशिश करेंगे। इसलिए हम यहां चक्का जाम नहीं करेंगे।
न्यूज 24 की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में 6 फरवरी को चक्का जाम को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में यह तय हुआ है कि राजधानी में सड़कों को जाम नहीं करने दिया जाएगा। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने चक्का जाम के दौरान सुरक्षा कैसी होगी, इसकी समीक्षा भी की।
हो सकता है उपद्रव
न्यूज 24 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पुलिस को इनपुट मिले हैं कि कि चक्का जाम पर माहौल खराब करने के लिए उपद्रव हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि 26 जनवरी की तरह 6 फरवरी के लिए भी पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है, इसके पीछे कई खालिस्तानी ग्रुप भी हैं। ये सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं। इसे देखते हुए दिल्ली से लगे हुए बॉर्डर पर 100 से ज्यादा छोटे-बड़े पॉइंट पर निगरानी की जा रही है।
यातायात अवरुद्ध होने पर होगी कार्रवाई
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने तय किया है कि अगर यातायात बधित होता है तो दिल्ली पुलिस द्वारा आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा राजधानी में दाखिल होने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी।
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
दिल्ली पुलिस बॉर्डर पर ड्रोन से नजर रखेगी। इसके अलावा बॉर्डर्स पर फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर भी रहेंगे। इससे कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले लोगों पर कार्रवाई हो सके। इसके अलावा बॉर्डर्स पर बेरिगेटिंग भी की गई है।
तीन घंटे का होगा चक्का जाम- टिकैत
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि 6 फरवरी को 3 घंटे का शांतिपूर्ण चक्का जाम होगा। उन्होंने कहा, 6 फरवरी का आंदोलन शांतिपूर्ण होगा और जो किसान दिल्ली नहीं आ सकते हैं, वे अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसा करेंगे। टिकैत ने कहा, यह चक्का जाम राष्ट्रीय राजधानी में नहीं, बल्कि दिल्ली के बाहर हर जगह होगा।