सार
दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है। यहां तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते हेल्थ इमरजेंसी जैसी स्थिति बन गई है। दिल्ली में अभी हर रोज 26 हजार से ज्यादा केस आ रहे हैं। 80% अस्पतालों में कुछ ही घंटे का ऑक्सीजन बचा है। वेंटिलेटर, बेड्स, आईसीयू और ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर की कमी के चलते मरीज और उनके परिजनों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है। यहां तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते हेल्थ इमरजेंसी जैसी स्थिति बन गई है। दिल्ली में अभी हर रोज 26 हजार से ज्यादा केस आ रहे हैं। 80% अस्पतालों में कुछ ही घंटे का ऑक्सीजन बचा है। वेंटिलेटर, बेड्स, आईसीयू और ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर की कमी के चलते मरीज और उनके परिजनों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
23 अप्रैल को दिल्ली में 300 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब 90 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। दिल्ली में पॉजिटिवटी रेट अप्रैल की शुरुआत में 10% था, जो अब बढ़कर 36% हो गया है। यह अभी तक का सबसे ज्यादा है। दिल्ली में स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि लोगों को ऑक्सीजन और आईसीयू बेड के लिए हापुड़, करनाल और अंबाला तक जाना पड़ रहा है।
59% लोग चाहते थे दिल्ली में लगे लॉकडाउन
दिल्ली में कोरोना के बढ़ती रफ्तार के बीच LocalCircles ने 15 अप्रैल को एक सर्वे जारी किया था, इसमें 59% लोग दिल्ली में लॉकडाउन के पक्ष में थे। इसके बाद दिल्ली में 19 अप्रैल को 6 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया।
LocalCircles प्लेटफॉर्म दिल्ली के रहने वाले लोगों की सैकड़ों पोस्ट और कमेंट पर नजर बनाए हुए है, जो कोरोना को लेकर चर्चा कर रहे हैं और इस बारे में बात कर रहे हैं कि 26 अप्रैल के बाद दिल्ली में क्या होना चाहिए? दिल्ली में लगे लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए या नहीं।
11 जिलों के 8000 लोगों ने लिया हिस्सा
दिल्ली में कोरोना को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएं, इसे जानने के लिए LocalCircles ने एक सर्वे कराया, इसमें दिल्ली के 11 जिलों के 8,000 लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें से 68% लोगों ने कहा कि दिल्ली में स्थिति को देखते हुए 1 हफ्ते का लॉकडाउन और बढ़ाया जाना चाहिए। वहीं, 48% लोग 2 हफ्तों के लिए इसे बढ़ाने के पक्ष में हैं।
सर्वे में दिल्ली के लोगों से पूछा गया कि वे 26 अप्रैल को शहर में लॉकडाउन को कैसे देखना चाहेंगे क्या लॉकडाउन खत्म होना चाहिए या नहीं। इसके जवाब में 28% लोगों ने कहा कि इसे 3 हफ्तों के लिए बढ़ाना चाहिए। 20% ने कहा कि इसे 2 हफ्तों के लिए बढ़ाना चाहिए। जबकि 20% लॉकडाउन को 1 हफ्ते के बढ़ाने के पक्ष में थे। सिर्फ 9% लोग ऐसे थे, जो चाहते हैं कि लॉकडाउन खत्म किया जाना चाहिए। जबकि 16% ने कहा कि लॉकडाउन हटाना चाहिए। सिर्फ नाइट कर्फ्यू लागू रहना चाहिए। इससे साफ होता है कि 68% लोग कम से कम एक हफ्ते का लॉकडाउन और चाहते हैं।
लॉकडाउन का समर्थन करने वालों में हुआ इजाफा
LocalCircles ने 15 अप्रैल को सर्वे किया था। इसमें 59% दिल्लीवासी चाहते थे कि राजधानी में लॉकडाउन लगे। जबकि मार्च में हुए सर्वे में सिर्फ 16% लॉकडाउन के पक्ष में थे। लेकिन जैसे जैसे स्थिति बिगड़ रही है, लोग चाहते हैं कि लॉकडाउन लगाया जाए। इसी का नतीजा हुआ कि अब अप्रैल में 68% चाहते हैं कि लॉकडाउन को 1 महीने के लिए बढ़ाया जाए।