सार

उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उर्मिला पांच महीने पहले यानी मार्च में कांग्रेस में शामिल हुईं थीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर उत्तरी मुंबई लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था। 

मुंबई. उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उर्मिला पांच महीने पहले यानी मार्च में कांग्रेस में शामिल हुईं थीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर उत्तरी मुंबई लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था। 

उर्मिला ने एक प्रेस नोट भी जारी किया। उन्होंने लिखा, मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। मैंने पहली बार तब इस्तीफे के बारे में सोचा था, जब मैंने कई प्रयासों के बाद 16 मई को तत्कालीन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को पत्र लिखा और उनके द्वारा इस पर कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा मेरे गोपनीय पत्रों को ही आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया। यह मेरे लिए विश्वासघात की तरह था।   

उन्होंने लिखा, मेरे बार-बार विरोध के बाद भी पार्टी के किसी व्यक्ति ने मुझसे माफी नहीं मांगी, ना हि मेरी समस्याओं के प्रति चिंतित दिखे। उन्होंने लिखा, उत्तरी मुंबई में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार लोगों को, जिन्हें मैंने पत्र में नामित किया था, उनपर कार्रवाई के बजाय नए पद देकर इनाम दिया गया।''

4,64,599 वोट से हारीं थीं उर्मिला
उर्मिला को भाजपा के गोपाल शेट्टी ने 4,64,599 वोटों से हराया था। उर्मिला ने अपनी हार ठीकरा पार्टी पर फोड़ा था। साथ ही उन्होंने पार्टी में अंदरूनी कलह का भी आरोप लगाया था। उर्मिला ने कांग्रेस में शामिल होते वक्त कहा था कि यह उनका सक्रिय राजनीति में पहला कदम है। वे राजनीति में ग्लैमर के लिए नहीं बल्कि विचारधारा के चलते कांग्रेस में आईं। उन्होंने उस दौरान बेरोजगारी, अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर भी मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए थे।