सार

16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होना है। इसी बीच मंगलवार को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड की 56.5 लाख डोज देश के 13 शहरों के लिए रवाना हुईं। वहीं, इस पल को सीरम के सीईओ अदार पूनावाला ने ऐतिहासिक बताया।

नई दिल्ली. 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होना है। इसी बीच मंगलवार को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड की 56.5 लाख डोज देश के 13 शहरों के लिए रवाना हुईं। वहीं, इस पल को सीरम के सीईओ अदार पूनावाला ने ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, हमारी चुनौती देश के हर नागरिक तक वैक्सीन को पहुंचाने की है। इसी के साथ उन्होंने यही भी बताया कि कंपनी ने सरकार की अपील पर वैक्सीन की शुरुआती 10 करोड़ डोज 200 रुपए के स्पेशल प्राइस पर देने का फैसला किया है। 

पूनावाला ने बताया कि हम आम आदमी, जरूरतमंदों, गरीबों और हेल्थकेयर वर्कर्स को सपोर्ट करना चाहते हैं। इसलिए सरकार की रिक्वेस्ट पर शुरुआती 10 करोड़ डोज 200 रुपए के स्पेशल प्राइस पर देंगे। इसके बाद ये वैक्सीन बाजार में 1000 रु की कीमत पर बेची जाएगी। 

हमें देश और जनता का भी ध्यान रखना है- पूनावाला
पूनावाला ने कहा, कई देश भारत और पीएमओ से रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि सीरम वैक्सीन उनके देशों में भी सप्लाई की जाए। हम हर किसी को खुश देखना चाहते हैं। हमें अपनी जनता और देश का भी ध्यान रखना है। उन्होंने कहा, हम हर महीने 7 से 8 करोड़ डोज तैयार करेंगें। भारत और विदेशों में इनमें से कितनी डोज दी जाएंगी, इस योजना पर काम चल रहा है। अदार ने बताया, हम साउथ अफ्रीका और साउथ अमेरिका में वैक्सीन सप्लाई करने की कोशिश कर रहे हैं। 

भारत सरकार ने 1.10 करोड़ डोज का दिया ऑर्डर
भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन कोवीशील्ड के लिए ऑर्डर दे दिया है। सरकार ने 1.10 करोड़ डोज का आर्डर दिया है। इसके मुताबिक, वैक्सीन के एक डोज की कीमत 200 रुपए होगी। इस पर 10 रुपए जीएसटी भी लगेगा।

जानिए कितनी असरदार है कोविशील्ड वैक्सीन 

कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका ने बनाया है। ब्रिटेन, अर्जेंटीना और स्लावाडोर के बाद भारत चौथा देश है, जिसने कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है। कोविशील्ड को भारत की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है। सीरम का दावा है कि कंपनी पहले ही 5 करोड़ डोज बना चुकी है। वहीं, कंपनी के 5-6 करोड़ वैक्सीन हर महीने बनाने की क्षमता है। 

कितनी असदार है : 70.42%  

कितनी डोज की जरूरत : वैक्सीन की 4-6 हफ्तों में दो फुल डोज कोरोना से निपटने के लिए प्रभावी हैं। इससे एक साल तक इम्यून रह सकता है। वैक्सीन को  2°C से 8°C तक स्टोर किया जा सकता है।