सार

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान के आर्मी चीफ जब कहते हैं कि चीन के साथ हमारी वार्ता बहुत सफल रही तो मुझे लगता है कि हम थोड़ा आत्मतुष्टि का शिकार बन गए। अभी तक हिन्दुस्तान जिस क्षेत्र पर दावा करता है 4-8 फिंगर तक उस पर चीनी आर्मी ने कब्जा करके रखा है तो हम ये कैसे कह सकते हैं।
 

नई दिल्ली. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान के आर्मी चीफ जब कहते हैं कि चीन के साथ हमारी वार्ता बहुत सफल रही तो मुझे लगता है कि हम थोड़ा आत्मतुष्टि का शिकार बन गए। अभी तक हिन्दुस्तान जिस क्षेत्र पर दावा करता है 4-8 फिंगर तक उस पर चीनी आर्मी ने कब्जा करके रखा है तो हम ये कैसे कह सकते हैं।

अधीर रंजन का ऐसा बयान क्यों आया?
अधीर रंजन का यह बयान सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद पर कहा था कि चीन के साथ बातचीत चल रही है और हम बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने में सक्षम हैं।

13 जून को एमएम नरवणे ने दिया था बयान
देहरादून में आईएमए की पासिंग आउट परेड के दौरान 13 जून को एमएम नरवणे ने कहा था, भारत-चीन सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है और दोनों सेनाओं के बीच बातचीत सकारात्मक रही है। सैन्य स्तर पर बेहतर बातचीत का हवाला देते हुए सेनाध्यक्ष ने कहा था कि हमें पूरा विश्वास है कि जो बातचीत चल रही है उससे एलएसी के विवाद का निपटारा हो जाएगा।

कांग्रेस ने क्या सवाल पूछा?
सेनाध्यक्ष के बयान पर अधीर रंजन चौधरी ने पूछा, चीन के साथ सैन्य बातचीत के very fruitful होने का क्या मतलब है?

एलएसी पर भारत-चीन के सैनिको में तनाव की स्थिति
मई महीने में ईस्ट लद्दाख के एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों में तनाव की स्थिति है। भारत के सड़क निर्माण का चीनी सैनिकों ने विरोध किया था, जिसके बाद दोनों तरफ के सैनिक भिड़ गए थे। इसके बाद से ही लगातार सैनिकों के बीच तनातनी की खबरें आ रही हैं।