सार

अग्निपथ योजना की केंद्र की घोषणा की है जिसमें चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती करने और उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों के बिना उनके कार्यकाल की समाप्ति के बाद सेवानिवृत्त करने का प्रस्ताव है। इस योजना को लेकर विभिन्न हिस्सों में युवाओं द्वारा हिंसक विरोध किया जा रहा है। 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार की सैन्य भर्ती की अग्निपथ स्कीम का पूरे देश में विरोध हो रहा है। देशभर में युवाओं के उग्र प्रदर्शन की वजह से सैकड़ों ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ने सशस्त्र बलों में सैनिकों की भर्ती के लिए केंद्र की हाल ही में घोषित अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन के कारण शनिवार को 369 ट्रेनें रद्द कर दी है। 

210 मेल किए गए रद्द

देशभर में 369 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इनमें 210 मेल/एक्सप्रेस और 159 लोकल पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ने दो मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को भी आंशिक रूप से रद्द कर दिया है, इस प्रकार दिन के दौरान प्रभावित होने वाली ट्रेनों की कुल संख्या 371 है। 

हिंसक विरोध की वजह से लगातार ट्रेनें हो रही रद्द

अग्निपथ योजना की केंद्र की घोषणा की है जिसमें चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती करने और उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों के बिना उनके कार्यकाल की समाप्ति के बाद सेवानिवृत्त करने का प्रस्ताव है। इस योजना को लेकर विभिन्न हिस्सों में युवाओं द्वारा हिंसक विरोध किया जा रहा है। तमाम जगहों पर सड़कों और रेलवे की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया गया। ट्रेन के डिब्बों को भी आग लगा दी गई। 

बिहार में 32 ट्रेनों को किया गया रद्द

बिहार में जहां आंदोलन के समर्थन में शनिवार को बंद का आह्वान किया गया था, पटना जिले के मसौरी उपमंडल के तारेगाना रेलवे स्टेशन में बंद समर्थकों ने आग लगा दी। हाजीपुर में मुख्यालय वाले रेलवे के पूर्व मध्य क्षेत्र ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में 32 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यात्रियों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, अन्य क्षेत्रों में जाने वाली ट्रेनें शनिवार को रात 8 बजे के बाद ही ईसीआर के माध्यम से चलेंगी। यह ट्रेन्स रविवार को सुबह 4 बजे तक चलेंगी। ऐसी ट्रेनों की आवाजाही रविवार को रात 8 बजे बहाल कर दी जाएगी।