सार
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही माहौल गर्म होता जा रहा है। बंगाल में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही AIMIM के प्रमुख असुदुद्दीन औवैसी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भड़क गए हैं।
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही माहौल गर्म होता जा रहा है। बंगाल में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही AIMIM के प्रमुख असुदुद्दीन औवैसी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भड़क गए हैं। ओवैसी ने कहा है कि आज तक ऐसा कोई आदमी पैदा नहीं हुआ जो असदुद्दीन ओवैसी को खरीद सके। माना जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी बंगाल में मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर और कुछ अन्य सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने कहा था-हैदराबाद की एक पार्टी के जरिए मुस्लिम युवाओं का वोट बांटने के लिए बीजेपी करोड़ो रुपए खर्च कर रही है। ममता बनर्जी ने बिना नाम लिए ओवैसी पर निशाना साधा था। इस पर अब ओवैसी ने जवाब दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 294 विधानसभा सीटों वाले राज्य में मुस्लिम समुदाय 120 सीटों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राज्य में AIMIM बड़ा दांव खेलना चाहती है।
ओवैसी ने कहा-अपने गढ़ में डरी हुई हैं ममता बनर्जी
अब ओवैसी ने कहा है कि उन्हें कोई खरीद नहीं सकता। ममता बनर्जी के आरोप झूठे हैं। ओवैसी ने कहा कि ममता बनर्जी खुद अपने घर में डरी हुई हैं। उनके ढेर सारे लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। ममता ने बिहार के वोटर्स का अपमान किया। उन लोगों का जिन्होंने हमें वोट दिया।
बंगाल में ओवैसी को माना जा रहा है खतरे की घंटी
पश्चिम बंगाल में तकरीबन 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 में से 18 सीटें बीजेपी ने जीती थी। वोट प्रतिशत में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में मामूली अंतर रह गया था। जहां बीजेपी को 40.25 प्रतिशत वोट मिले थे तो वहीं 43.29 प्रतिशत वोट मिले थे। मुस्लिमों को लुभाने की राजनीति में माहिर ममता के लिए ओवैसी चुनौती बन सकते हैं। बिहार में जिस तरह से मुस्लिमों ने ओवैसी की पार्टी को वोट दिया उससे साफ है कि अब देश में मुसलमान ओवैसी को विकल्प के तौर देखने लगे हैं। ऐसे में अगर प. बंगाल में ओवैसी की पार्टी चुनाव लड़ती है तो इसका फायदा बीजेपी को और नुकसान सीधा तृणमूल को होगा।