सार
एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान सुबह 7 बजे भारतीयों को लेकर नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा। कोरोनावायरस जानलेवा बनता जा रहा है। चीन में अब तक 258 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6000 नए केस सामने हैं। इन सब के बीच दुनिया में 10 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
नई दिल्ली. मौत का कहर बरपा रहे कोरोना वायरस से चीन के वुहान में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कर स्वदेश वापस ले आया गया है। एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान सुबह 7 बजे भारतीयों को लेकर नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा। 423 यात्रियों की क्षमता वाले बोइंग बी-747 विशेष विमान ने शुक्रवार देर रात चीन के वुहान से उड़ान भरी थी। इस विमान में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 5 डॉक्टरों की टीम भी मौजूद थी। इसके अलावा पैरा मेडिकल स्टाफ है, जिसके पास जरूरी दवाइयां, मास्क, ओवरकोट और पैक किया हुआ भोजन है। इसके अलावा इंजीनियर्स और सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भी इस फ्लाइट में मौजूद है।
दिल्ली और हरियाणा में रुकेंगे यात्री
भारत सरकार ने चीन से आने वाले करीब 600 छात्रों और अन्य भारतीयों को दिल्ली के छावला व हरियाणा के मानेसर कैंप में ठहराने की व्यवस्था की गई है। फिलहाल चीन से 324 भारतीय लौटे हैं। भारत सरकार ने शेष भारतीय नागरिकों को कम से कम 2 सप्ताह तक अलग रखने का फैसला किया है। इसी फैसले के तहत चीन से लौटे सभी भारतीयों को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की बिल्डिंग और इंडियन आर्म फोर्स मेडिकल सर्विसेज के भवन में रखा जाएगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि चीन से आए किसी भी भारतीय नागरिक के शरीर में संक्रमण का कोई वायरस मौजूद रहा तो इन 2 सप्ताह के दौरान उस वायरस की पहचान रोकथाम और उपचार किया जा सकेगा।
चीन में 258 की मौत
कोरोनावायरस जानलेवा बनता जा रहा है। चीन में अब तक 258 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6000 नए केस सामने हैं। इन सब के बीच दुनिया में 10 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, डब्लूएचओ ने इस बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी करार दे दिया है। इन सब के इतर चीन लगातार इस बीमारी से लड़ने के लिए तमाम कोशिशें कर रहा है। बावजूद इसके अभी तक इस पर कोई नियंत्रण नहीं किया जा सका है।
दुनिया के इन देशों में इतने लोग चपेट में
यूनाइटेड स्टेट में- 5
थाईलैंड में- 14
ऑस्ट्रेलिया में- 5
सिंगापुर में- 7
साउथ कोरिया में- 4
जापान में- 6
मलेशिया में- 4,
फ्रांस, ताईवान में 3-3
वियतनाम कनाडा में 2-2,
जर्मनी, नेपाल, कमबोडिया, श्रीलंका और कनाडा में 1-1
क्या है कोरोना वायरस
एक वायरस का ऐसा समूह है जो पक्षियों, स्तनधारी पशुओं और इंसानों में कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकता है। इसका नाम कोरोना वायरस इसलिए रखा गया, क्योंकि इसको इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखने पर इसकी सतह कुछ ऐसी दिखाई देती है जैसा कि हमारे सूर्य के चारों तरफ का चमकदार कोरोना हो। ऐसा नहीं है कि इस वायरस के समूह को अभी खोजा गया है, बल्कि हमें इसके बारे में बहुत पहले से पता है। इस समूह के कुछ वायरस बहुत ज्यादा हानिकारक नहीं हैं। बहुत बार मौसम बदलते समय जो हमें जुखाम, नाक बहना, गला खराब होना या बुखार, इस तरह की छोटी-मोटी दिक्कतें आती हैं उनमें से बहुत-सी इसी वायरस की वजह से हो सकती हैं। लेकिन कुछ कोरोना वायरस बड़े घातक हैं और उनके संक्रमण से इंसान की मृत्यु तक हो सकती है।
कोरोना वायरस के लक्षण
बुखार, खांसी,
सांस की तकलीफ
सांस लेने में तकलीफ, दर्द