सार
भाजपा नेता अखिलेश मिश्रा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पत्र पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने खड़गे के पत्र को आने वाली हार की जिम्मेदीरी से बचने का तरीका बताने के साथ पत्र में कही बातों का खंडन किया है।
नेशनल डेस्क। लोकसभा चुनाव के बीच लगातार कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर जुबानी हमले के साथ ट्वीट वॉर कर रहे हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुट खड़गे के पत्र के जवाब में अब भाजपा नेता अखिलेश मिश्रा ने लंबा चौड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि खड़गे जी, आपका पत्र 4 जून की हार को स्पष्ट करने को लेकर जमीन तैयार करने और राहुल गांधी के प्रति अपनी जिम्मेदारी से बचने के सिवाय और कुछ नहीं लगता है।
उन्होंने कहा कि आप से अनुरोध है कि पुराने जमाने में जीना बंद करें। डिजिटल इंडिया का जमाना है। आपकी ओर से पत्र में मांगा गया सभी डाटा वोटर टर्नआउट ऐप पर रियल टाइम पर उपलब्ध है। आप उसे घर बैठे देख सकते हैं। अखिलेश मिश्रा ने ये भी कहा कि ऐसे पत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ताकतों की शृंखला को कई गुना बढ़ा देगी। ऐसे में पत्र का प्वाइंट टू प्वाइंट खंडन भेज रहा हूं।
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प्रश्न: आयोग ने मतदान प्रतिशत डेटा जारी करने में देरी क्यों की?
जवाब: पत्र में ये आरोप गलत हैं कि चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत डेटा जारी करने में देरी की। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल की शाम को आयोग की ओर से 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए अनुमानित मतदान रुझान जारी किया गया था। शाम 7:00 बजे तक मतदान का टोटल किया गया था। चुनाव आयोग ने अपने पत्र में कहा था कि कई निर्वाचन क्षेत्रों में शाम 6 बजे के बाद तक मतदान के कारण वोट प्रतिशत बढ़ेगा। पहले चरण में शाम 7:00 बजे तक औसत मतदान 62.87% था। इसलिए मतदान 60% होने का आपका दावा गलत है।
प्रश्न: पहले मौकों पर आयोग ने 24 घंटों के भीतर मतदान प्रतिशत का डेटा प्रकाशित किया है। इस बार क्या बदला है? आयोग देरी को ठीक ठहराने में स्पष्टीकरण जारी करने में क्यों विफल रहा? क्या ईवीएम में कोई समस्या है?
जवाब: ये दावा गलत है कि चुनाव आयोग ने मतदान के आंकड़ों की जानकारी नहीं दी। आयोग रियल टाइम पर डिजिटल इंडिया में मतदान पर नजर रखने की अनुमति देता है। ईसीआई किसी भी दल से मतदान संबंधी रिपोर्ट नहीं छिपाता है।
प्रश्न: पहले चरण के लिए मतदान खत्म होने से लेकर मतदान डेटा के देर से जारी होने तक अंतिम मतदाता मतदान में 5.5% की वृद्धि क्यों हुई है? दूसरे चरण के लिए मतदान खत्म होने तक डेटा जारी होने में देरी 5.74% से अधिक की वृद्धि हुई है?
जवाब: आयोग की 19 अप्रैल की जानकारी के अनुसार शाम 7 बजे तक मतदान करीब 62.87% था और अंतिम मतदान बढ़कर 66.14% हो गया था। मतदान में 3.2 प्रतिशत अंकों की वृद्धि है , 5.5 फीसदी की नहीं जो कि आपका दावा था। इसके अलावा डेटा अपडेट के बदलाव वोटर टर्नआउट ऐप पर लाइव प्रदर्शित किए जाते हैं। चुनावी प्रक्रिया में फॉर्म 17 सी शामिल करने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि सारे डेटा सही हैं।