ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में सेन का सपना रविवार को पुरुष एकल फाइनल में विश्व के नंबर एक और ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार के साथ समाप्त हो गया। चार दिनों के सनसनीखेज बैडमिंटन के बाद, 20 वर्षीय सेन इतिहास के शिखर पर लड़खड़ा गए। 

नई दिल्ली। ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में भारतीय शटलर लक्ष्य सेन भले ही हार गए हैं लेकिन भारत का हर एक शख्स उनके खेल की सराहना कर रहा है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी लक्ष्य सेन की सहराना की है। पीएम मोदी ने रविवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में हारने के बाद एक उत्साही लड़ाई के लिए शटलर लक्ष्य सेन की सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि वह सफलता की नई ऊंचाइयों को छूते रहेंगे। 

पीएम ने किया ट्वीट, आप पर गर्व है...

मोदी ने ट्वीट किया, "आप पर गर्व है @lakshya_sen! आपने उल्लेखनीय धैर्य और तप दिखाया है। आपने एक उत्साही लड़ाई लड़ी। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।" प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि आप सफलता की नई ऊंचाइयां छूते रहेंगे।"

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राहुल बोले आप ने एक अरब दिल जीतें...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी लक्ष्य सेन के प्रदर्शन की सराहना की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "आप किसी से पीछे नहीं हैं, @lakshya_sen। आपने एक अरब दिल जीते हैं। शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई। आपने भारत को गौरवान्वित किया है। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।"

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21 साल का इंतजार जारी...

ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में सेन का सपना रविवार को पुरुष एकल फाइनल में विश्व के नंबर एक और ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार के साथ समाप्त हो गया। चार दिनों के सनसनीखेज बैडमिंटन के बाद, 20 वर्षीय सेन इतिहास के शिखर पर लड़खड़ा गए। उनको फाइनल मुकाबले में पूर्व चैंपियन एक्सेलसन से 10-21 15-21 से हरा दिया। इस हार के बाद इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी के लिए भारत का 21 साल का लंबा इंतजार जारी रहा।

21 साल बाद कोई भारतीय पहुंचा था फाइनल में...

लक्ष्य सेन शनिवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे। अपने पहले फाइनल में पहुंचने के लिए मलेशिया के गत चैंपियन ली ज़ी जिया को हराया था। 21 साल बाद कोई भारतीय इस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा। भारतीय खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने तीन गेम तक चले इस मुकाबले को एक घंटे और 16 मिनट में अपने नाम किया। उन्होंने ली को 21-13 12-21 21-19 से हराकर फाइनल अपनी जगह बनाई। ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में पहुंचने वाले वह तीसरे पुरुष एकल खिलाड़ी बने। इसके पहले प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद फाइनल में पहुंच चुके हैं। 

पादुकोण और गोपीचंद इवेंट जीत चुके हैं...

पादुकोण और गोपीचंद प्रतिष्ठित इवेंट जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं, जबकि साइना नेहवाल 2015 में फाइनल में पहुंची थीं। 1980 में प्रकाश पादुकोण और 2001 में पुलेला गोपीचंद यहां विजेता बने थे। 2001 में खिताब जीतने वाले दिग्गज पुलेला गोपीचंद के बाद लक्ष्य सेन इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर हैं।