सार

आज पूरे देश में दशहरा की धूम है। लेकिन एक साल पहले यही त्यौहार मनाते-मनाते कई परिवारों में मातम छा गया था। अमृतसर से सटे जोड़ा फाटक के पास शाम करीब साढ़े छह बजे रावण दहन के दौरान ऐसा हादसा हुआ, जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई। 

नई दिल्ली. आज पूरे देश में दशहरा की धूम है। लेकिन एक साल पहले यही त्यौहार मनाते-मनाते कई परिवारों में मातम छा गया था। 19 अक्टूबर 2018 को अमृतसर से सटे जोड़ा फाटक के पास शाम करीब साढ़े छह बजे रावण दहन के दौरान ऐसा हादसा हुआ, जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई। 

रेलवे ट्रेक पर खड़े होकर लोग रावण दहन देख रहे थे
लोग रेलवे ट्रेक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। इसी दौरान एक ट्रेन आई और लोगों की रौंदते हुए निकल गई। एक चश्मदीद ने बताया था कि रावण को आग लगाने के बाद पटाखे की जोर-जोर से आवाज आने लगी। इसी बीच ट्रेन आ गई। लोगों की पता भी नहीं चला। कुछ ही सेकंड में 25-30 लोगों की लाशें बिछ गई। मेरे हाथ खून से सन गए थे।

आतिशबाजी में दब गई थी ट्रेन की आवाज
कई चश्मदीदों का दावा था कि जब ट्रेन भीड़ के करीब आ रही थी तो किसी प्रकार का हार्न नहीं बजाया। वीडियो फुटेज में हार्न को दुर्घटना से ठीक पहले सुना जा सकता है। लेकिन कुछ दर्शकों ने कहा कि आतिशबाजी के शोर के कारण हार्न नहीं सुनाई दिया। आरोप लगे थे किघटना में अतिथि के रूप में स्थानीय कांग्रेस की राजनेता नवजोत कौर सिद्धू आई थीं, लेकिन दुर्घटना होने पर वहां से चली गई थीं।