सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में संबोधन दिया। इस दौरान वे अपने पुराने अंदाज में नजर आए। 77 मिनट के अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कुछ नए शब्दों का इस्तेमाल कर विपक्ष पर वार किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में आंदोलनजीवी, फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी, फूफी नाराज और जी-23 जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर विपक्ष पर निशाना साधा।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में संबोधन दिया। इस दौरान वे अपने पुराने अंदाज में नजर आए। 77 मिनट के अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कुछ नए शब्दों का इस्तेमाल कर विपक्ष पर वार किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में आंदोलनजीवी, फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी, फूफी नाराज और जी-23 जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर विपक्ष पर निशाना साधा। आईए जानते हैं कि इन शब्दों का इस्तेमाल पीएम मोदी ने किस तरह से किया।
1- आंदोलनजीवी : पीएम मोदी ने कहा, हम लोग कुछ शब्द से बड़े परिचित हैं श्रमजीवी, बुद्धिजीवी। इन शब्दों से हम सब परिचित हैं। लेकिन मैं देख रहा हूं पिछले कुछ समय से इस देश में नई जमात पैदा हुई है, एक नई बिरादरी सामने आई है। वह है आंदोलनजीवी। आप देखेंगे कि चाहे वकील का आंदोलन हो, वे वहां नजर आएंगे। छात्रों का आंदोलन हो, वे वहां नजर आएंगे। मजदूर का आंदोलन हो, वहां नजर आएंगे। कभी परदे के पीछे, तो कभी परदे के आगे एक पूरी टोली है, जो आंदोलजनजीवी है। वे आंदोलन के बिना जी नहीं सकते है और आंदोलन के साथ जीने के लिए रास्ते खोजते रहते हैं।
उन्होंने कहा, हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा, जो सब जगह पहुंचकर बड़ा ideological stand दे देते हैं। गुमराह कर देते हैं, नए-नए तरीके बता देते हैं। देश को आंदोलनजीवी लोगों से बचना चाहिए, क्योंकि यही उनकी ताकत है। उनका तरीका यह है कि वे खुद तो चीजों को खड़ा नहीं कर सकते, लेकिन किसी दूसरे का चल रहा हो, वहां जाकर बैठ जाते हैं। जितने दिन आंदोलन चले, वहां, उनका काम चल जाता है। ऐसे लोगों को पहचानने की बहुत आवश्यकता है। ये सारे आंदोलनजीवी परजीवी होते हैं, यहां पर सब लोगों को मेरी बात से आनंद इसलिए भी होगा, क्योंकि आप जहां जहां सरकार चलाते हैं, वहां आपके ऐसे ही परजीवी आंदोलनजीवियों का अनुभव होता होगा।
2- नया FDI: पीएम मोदी ने हाल ही में विदेशी हस्तियों के किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने को लेकर भी निशाना साधा। पीएम ने कहा, सभापित महोदय, इसी प्रकार से, मैं एक नई चीज देख रहा हूं। देश प्रगति कर रहा है। हम Foreign Direct Investment (FDI) की बात कर रहे हैं। लेकिन हम देख रहे हैं कि इन दिनों एक नया FDI मैदान मैदान में आया है। इस नए FDI से देश को बचाना ही है। हमें Foreign Direct Investment (FDI) चाहिए, लेकिन यह जो नया FDI नजर आ रहा है, इस नए FDI से जरूर बचना होगा और यह नया FDI, Foreign Destructive Ideology है, इसलिए इस FDI सेदेश को बचाने के लिए हमें और जागरूक रहने की जरूरत है।
3- 'परिवार की शादी में फूफी नाराज हो जाती हैं'
पीएम मोदी ने कहा, मजा यह है कि जो लोग उछल-उछल करके पोलिटिकल बयानबाजी करते हैं, उनके राज्य में जब उनको मौका मिला है, हर दकिसी ने इसी में से आधा अधूरा कुछ ना कुछ किया ही किया है। यहां जो दल विरोध में हैं, उनकी भी जहां सरकारें हैं, वहां आधा अधूरा कुछ ना कुछ तो किया ही है, क्योंकि उनको भी मालूम है कि रास्ता तो यही है और मैंने देखा है कि इस चर्चा में लॉ की जो स्परिट है, उस पर भी किसी की चर्चा नहीं हुई है। शिकायत ये है कि तरीका ठीक नहीं था, जल्दी कर दिया, इसको नहीं पूछा यह रहता है। वह तो परिवार में शादी होती है तो भी फूफी नाराज होकर कहती है कि मुझे कहां बुलाया, वह तो रहता है, इतना बड़ा परिवार है तो यह रहता ही है।
4- जी-23 : कांग्रस पर तंज
पीएम मोदी ने गुलामनबी आजाद का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कांग्रेस के नाराज 23 नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद मृदुता, सौम्यता से बोलते हैं। कभी भी कटु शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों की तारीफ की। इसके लिए मैं आपका आभारी हूं। लेकिन मुझे डर भी लगता है। मुझे भरोसा है कि आपकी पार्टी वाले इसे उचित स्पिरिट में लेंगे। गलती से जी-23 की राय मानकर उल्टा न कर दें। दरअसल, इन्हीं 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में नेतृत्व में बदलाव की बात कही थी।