सार
इस युवती ने अपनी कविता के जरिए उस महिला का दर्द बताने की कोशिश की है, जिसके साथ हैदराबाद में हैवानों ने बर्बरता की।
नई दिल्ली. हैदराबाद में महिला वेटरनी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद से पूरा देश आक्रोश में है। इस दिल दहला देने वाली घटना का लोग सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं और अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ एक अकेली युवती ने ससंद भवन के पास सड़क पर बैठकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस युवती ने अपनी कविता के जरिए उस महिला का दर्द बताने की कोशिश की है, जिसके साथ हैदराबाद में हैवानों ने बर्बरता की।
लो आ गई हूं सामने
डर-डर के थक चुकी हूं
बस बहुत हुआ
अब डरने का मन नहीं करता।
नहीं करनी मुझे अब कोई नाटक नौटंकी
बस मुझे मेरे सवालों का जवाब दे दो
जाओ कर लो बात मंदिर मस्जिद की
बड़े लोग हो आप
हम छोटे लोगों को
बस खुलकर सांस लेने दो
बिना डरे हंस कर जीने दो
पढ़ा है बेसिक नीड पूरी हो
तब लोग सेल्फ एस्टीम का सोचते हैं
डर रही हूं कल क्या होगा
कुछ बदलेगा या मेरा भी
बाकियों जैसा हाल होगा
जैसा कि कहा मैने लो आ गई हूं सामने
डर-डर के थक चुकी हूं
बस बहुत हुआ
अब डरने का मन नहीं करता।
अभी कुछ दिनों पहले एक छोटी सी चोट लगी है
एक्चुली मैं बाइक में साइलेंसर से जल गई थी
मुझे बहुत दर्द हो रहा था
जब तुम्हारे बारे में सुना तो
अब पीछे नहीं हट पाती
मैं तो सोच भी नहीं सकती
तुम्हें कितना दर्द हुआ होगा
बस बर्दाश्त नहीं हुआ इसलिए आगे आई।
अकेले होने पर छलका दर्द
मीडिया से बात करते हुए युवती ने आगे कहा कि मेरे साथ कोई यहां नहीं आया फिर भी अकेले यहीं बैठूंगी। अनु ने कहा कि वह और किसी के जुड़ने की उम्मीद भी नहीं करती। ससंद के बाहर प्रोटेस्ट करने के मामले में कहा कि सरकार और सांसद जवाब देंगे इसलिए उनसे मिलने और उनसे सवाल पूछने यहां आई हूं।
उठा ले गई पुलिस
युवती द्वारा विरोध जताए जाने की खबर मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने अनु दुबे को हिरासत में ले लिया और थाने लेने के चली गई। जिसके बाद युवती ने पुलिस पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद उसे मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया।