सार

जान की बाजी लगाकर सीमा पर देश की सुरक्षा करने वाले जवान अब देश में फैली कोविड महामारी से लोगों को बचाने में दिन-रात एक कर दिए हैं। तीनों सेनाओं ने मेडिकल इमरजेंसी में कोविड से लड़ने के लिए कमान संभाल ली है। अपने अस्पतालों से लेकर डाॅक्टर्स-पैरामेडिकल स्टाॅफ को कोविड मरीजों की देखभाल के लिए लगाया ही गया है। तीनों सेनाएं ऑक्सीजन से लेकर दवाइयों व अन्य इक्वीपमेंट्स को देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचा रही हैं और विदेशों से भी लाने में मदद कर रही। 

नई दिल्ली। जान की बाजी लगाकर सीमा पर देश की सुरक्षा करने वाले जवान अब देश में फैली कोविड महामारी से लोगों को बचाने में दिन-रात एक कर दिए हैं। तीनों सेनाओं ने मेडिकल इमरजेंसी में कोविड से लड़ने के लिए कमान संभाल ली है। अपने अस्पतालों से लेकर डाॅक्टर्स-पैरामेडिकल स्टाॅफ को कोविड मरीजों की देखभाल के लिए लगाया ही गया है। तीनों सेनाएं ऑक्सीजन से लेकर दवाइयों व अन्य इक्वीपमेंट्स को देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचा रही हैं और विदेशों से भी लाने में मदद कर रही। 

 

पीएम मोदी ने भी सेना के कार्याें की तारीफ

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कोविड नियंत्रण में सेना के तीनों अंगों के कार्याे की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जल, थल, नभ...हर तरह से हमारी सेना कोविड को मात देने के लिए काम कर रही। 

राजनाथ सिंह ने कहा कि अदृश्य दुश्मन से लड़ाई के लिए तीनों सेनाएं लग चुकी हैं, अपना सबसे बेस्ट प्रयास कर रही हैं। 

 

तीनों सेनाएं कोविड से लड़ने में बड़ी मददगार बनीं

  • सेना के तीनों अंगों आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के सभी अस्पतालों को कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील करने के साथ उसको आमलोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है। 
  • सेना के अधिकारियों को कोविड इमरजेंसी में दवाइयां, इक्वीपमेंट्स, ऑक्सीजन या बेड आदि की खरीद के लिए विशेष वित्तीय अधिकार दिया गया
  • दिल्ली, बेंगलुरू, पटना, लखनउ आदि शहरों में सेना के विभिन्न संगठनों के अस्पतालों में 750 बेड आम आदमी की मदद के लिए कोविड केयर बनाया।
  • एयरफोर्स मेडिकल सर्विसेज के अंतर्गत देशभर के 19 अस्पतालों जिनमें 4000 से अधिक बेड और 585 आईसीयू यूनिट हैं उनको आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराया गया।
  • दिल्ली के बेस अस्पताल केा कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील करने के साथ वहां 400 बेड से बढ़ाकर 1000 बेड की सुविधा कर दी गई है।
  • डीआरडीओ ने 500 बेड का अस्पताल नई दिल्ली और लखनउ में खोला है तो 900 बेड वाला अस्पताल अहमदाबाद में बनाया है। पटना के ईएसआईसी अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है। बनारस व मुजफ्फरनगर में डीआरडीओ राज्य की मदद से अस्पताल बनवा रहा है। 
  • एयरफोर्स मेडिकल सर्विसेज से जुड़े डाॅक्टर्स, हेल्थ प्रोफेशनल्स को देशभर के सिविलियन अस्पतालों में मदद के लिए लगाया गया है। एयरफोर्स मेडिकल सर्विसेस से इस साल रिटायर होने वाले डाॅक्टर्स व अन्य मेडिकल प्रोफेशनल्स की सेवाएं बढ़ाने के साथ उनको कोविड के लिए लगाया गया है। 
  • सेना के मेडिकल सेवाओं से रिटायर हुए डाॅक्टर्स व अन्य स्टाफ को वापस बुलाकर कोविड महामारी नियंत्रण में मदद ली जा रही है। जो नहीं आ सकते उनको हेल्पलाइन से जुड़कर मदद की अपील की गई है। 
  • देशभर के आर्मी अस्पतालों को सिविलियन के लिए खोल दिया गया है।
  • विदेशों से ऑक्सीजन कंटेनर लाने या देश के विभिन्न शहरों में खाली ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाने का काम एयरफोर्स लगातार कर रहा है। 
  • इंडियन नेवी के जवान समुद्र मार्ग से ऑक्सीजन पहुंचाने का काम कर रहे तो आर्मी सड़क मार्गाें से समय से आवश्यक इक्वीपमेंट्स या ऑक्सीजन पहुंचाने में लगी है। 
  • डीआरडीओ पीएम केयर फंड से ऑक्सीजन प्लांट लगाने में मदद कर रहा है। 
  • डीआरडीओ की मदद से एसपीओ2 विभिन्न अस्पतालों को उपलब्ध कराया जा रहा जो ऑक्सीजन की कमी होने पर लोगों की जान बचाने में सहायक बन रहा। 
     

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