सार
पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीन ने पहली बार माना कि 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में चीन के कमांडिंग ऑफिसर की मौत हुई है। सूत्रों की माने तो चीन की आर्मी ने इस बात की पुष्टि की है। यह बयान उस समय सामने आया जब भारत और चीन ने चीन के बीच चुशूल में मोल्दो में लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता हो रही है।
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीन ने पहली बार माना कि 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में चीन के कमांडिंग ऑफिसर की मौत हुई है। सूत्रों की माने तो चीन की आर्मी ने इस बात की पुष्टि की है। यह बयान उस समय सामने आया जब भारत और चीन के बीच मॉल्डो में लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत हो रही है। बैठक की शुरुआत सुबह करीब 11.30 बजे से शुरू हुई। दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की वार्ता का दूसरा दौर है।
हिंसक झड़प के एक हफ्ते बाद आया बयान
15 जून की रात को हुए हिंसक झड़प के एक हफ्ते बाद चीन की तरफ से ऐसा बयान आया है। सेना के सूत्रों ने कहा है कि हिमालय के गलवान नदी में 45 चीनी सैनिक मारे गए या घायल हो गए। हालांकि, बीजिंग ने अब तक कोई आंकड़ा नहीं दिया है।
दिल्ली के साउथ ब्लॉक में सेना कमांडर्स की बैठक
चीन के साथ लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर जारी तनातनी के बीच अब दिल्ली के साउथ ब्लॉक में सेना कमांडर्स की बैठक चल रही है। अब इसमें इस बात की चर्चा की जाएगी कि आखिर चीन का इलाज क्या है। इससे पहले सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने ने दिल्ली में सेना के शीर्ष कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। अब कमांडरों के सम्मेलन के दूसरे चरण के लिए सभी कमांडर राष्ट्रीय राजधानी में हैं और बैठक जारी है। जनरल नरवने ने कमांडर्स से सुरक्षा के हालात की जानकारी मांगी है। बैठक कल भी रहेगी।
घायल भारतीय सैनिक अगले हफ्ते से करेंगे ड्यूटी शुरू
सेना के सूत्रों ने कहा था कि झड़प में 70 भारतीय सैनिक घायल हो गए थे। कुछ ही हफ्तों में घायल सैनिक ठीक होकर दोबारा अपनी ड्यूटी पर वापस लौटेगे।