सार
नागरिकता संशोधन कानून पर पूर्वोत्तर राज्यों सहित दिल्ली में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कैब के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून पर पूर्वोत्तर राज्यों सहित दिल्ली में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कैब के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करते हुए इसकी कॉपी फाड़ दी थी। याचिका पर 18 दिसंबर को सुनवाई हो सकती है। केरल के कांग्रेस सांसद टी एन प्रतापन ने भी याचिका दायर की है। अब तक कुल 14 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं।
"देश को बांटने वाला बिल" : असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "यह बिल देश को बांटने वाला है और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. यह बिल मुस्लिम को स्टेटलेस बनाने जैसा है और देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता है।"
किसने-किसने लगाई है याचिका : नागरिकता कानून के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, आल असम स्टूडेन्ट्स यूनियन, पीस पार्टी, गैर सरकारी संगठन रिहाई मंच, सिटीजन्स अगेन्स्ट हेट, अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा, कानून के छात्र, एहताम हाशमी, प्रद्योत देब बर्मन, जयराम रमेश और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने याचिका लगाई है।