सार

आम आदमी पार्टी और बीजेपी की लड़ाई तेज होती जा रही है। असम में स्कूलों की बदहाली पर अरविंद केजरीवाल के कटाक्ष के बाद बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने मोर्चा खोल दिया है। दोनों नेताओं का ट्विटर वार भी कुछ दिनों से जारी है।

नई दिल्ली। असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने क्षेत्रीय असमानता को समाप्त करने के लिए पांच राष्ट्रीय राजधानियों का प्रस्ताव दिया है। सरमा ने कहा कि देश को पांच हिस्से में रखकर पांच राष्ट्रीय राजधानियों को बनाया जाना चाहिए। दरअसल, सरमा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा दिल्ली और पूर्वोत्तर के शहरों की तुलना किए जाने पर आड़े हाथों ले रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में सारे संसाधन होने के बाद भी छोटे शहरों से तुलना करना बेमानी है। केजरीवाल अपने किए गए वादों पर फेल होने के बाद ऐसा ड्रामा कर रहे हैं।

सरमा ने रविवार को आरोप लगाया था कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्ली को लंदन या पेरिस में बदलने के अपने वादे को पूरा करने में अपनी विफलता को छिपाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की तुलना असम और पूर्वोत्तर के छोटे शहरों से कर रहे हैं।

क्या कहा हिमंत बिस्वा सरमा ने?

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल दूसरे राज्यों का मजाक बनाते रहते हैं। मेरा मानना है कि हमें असमानता की बीमारी को खत्म करने के लिए काम करना चाहिए न कि गरीब राज्यों का मजाक उड़ाना चाहिए। भारत में पांच राष्ट्रीय राजधानियां नहीं हैं। क्या हर क्षेत्र में एक राष्ट्रीय राजधानी है। हर क्षेत्र में एक-एक राष्ट्रीय राजधानी बना कर उतना ही संसाधन पहले दे दिया जाए तक अरविंद केजरीवाल तुलना करें। 

2014 के बाद पूर्वोत्तर का हुआ विकास

हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि बीते 75 सालों में पूर्वोत्तर का विकास बाधित था। 2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री पद की कुर्सी संभाले तो जाकर पूर्वोत्तर की ओर उन्होंने ध्यान दिया। इसके बाद नार्थ-ईस्ट का विकास शुरू हुआ। सरमा ने दावा किया कि पूर्वोत्तर की मुख्यधारा में लाने की प्रक्रिया 2014 में शुरू हुई। तब से यह क्षेत्र लगातार तेज गति से विकास में आगे बढ़ रहा है। असम के सीएम ने कहा कि सात दशकों तक केंद्र की सरकारें इस क्षेत्र की अनदेखी करती रहीं, यहां के लिए लापरवाह बनीं रहीं, लेकिन 2014 के बाद से अविश्वसनीय प्रगति हुई।

केजरीवाल ने असम में मदरसों के बंद करने पर साधा था निशाना

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच पिछले हफ्ते से एक ट्विटर वार चल रहा है। दिल्ली सीएम ने असम सरकार के स्कूलों या मदरसों को बंद करने की आलोचना कर रहे थे। इस पर भी सरमा ने केजरीवाल को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल बिना होमवर्क किए ही कुछ बोल देते हैं। इस पर केजरीवाल ने फिर जवाब दिया कि हम चाहते हैं कि असम सरकार के अच्छे कामों को देखने के लिए वहां जाएं। इस पर कटाक्ष करते हुए सरमा ने कहा कि वह पहले ही उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को निमंत्रण भेज चुके हैं। दरअसल, असम के एक कोर्ट से सिसोदिया को डिफेमेशन केस में नोटिस गई है।