सार
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मसले पर अपना निर्णय सुनाया है। जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर सद्भाव कायम रखने की अपील की है।
नई दिल्ली. अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अलग- अलग नेताओं द्वारा रिएक्शन सामने आया है। राहुल गांधी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है।
संघ इस फैसला का करता है स्वागत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से देश की जनभावना और आस्था को न्याय देने वाले फैसले का संघ स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि इस लंबी प्रक्रिया में राम जन्मभूमि से संबंधित सभी पक्षों को धैर्य से सुना गया है। सभी पक्षों के वकीलों का हम अभिनंदन करते हैं और बलिदानियों को प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार और आम लोगों की ओर से किए गए प्रयासों का अभिनंदन करते हैं। जय और पराजय की दृष्टि से इस फैसले को नहीं देखना चाहिए। उन्होंने संघ काशी और मथुरा में भी ऐसे ही आंदोलन करने के सवाल पर कहा कि संघ आंदोलन करने वाला संगठन नहीं है। वह इंसान सृष्टि करने वाला संगठन है।
मेलजोल बने रहना चाहिए
जिसमें कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
सुरजेवाला ने कहा
कांग्रेस पार्टी की तरफ से पक्ष रखते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, हम राम मंदिर का निर्माण कराए जाने के निर्णय पर सहमत है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सिर्फ मंदिर निर्माण का दरवाजा ही खोलेगा बल्कि बीजेपी सहित अन्य दलों के राजनीतिक मुद्दे को बंद करेगा। सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है, स्वभाविक है कि आपके सवाल के जवाब हां में है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के पक्ष में है।
फैसले से हैं असहमत
जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जिलानी ने कहा, बेंच ने आधा घंटा फैसले का पढ़ा। बहुत सी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सूट नंबर 4 की जमीन पूरी सूट नंबर 5 को दे दी। फिर भी मशवरा करेंगे। आगे तय करेंगे कि रिव्यू याचिका दाखिल करनी है या नहीं। मुल्क से यही अपील करते हैं कि शांति बनाए रखें, कोई विरोध नहीं करना चाहिए। इस पर हमें जीत हार नहीं माननी चाहिए।
फैसले का स्वागत करते हैं
हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। यह राज्य सरकार के ऊपर है कि वह हमें कहां जमीन देती है। यह हिन्दुस्तान के लिए बहुत बड़ा मसला था जिसका निपटारा होना जरूरी था, मैं फैसले से खुश हूंः इकबाल अंसारी, मुस्लिम पक्षकार
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सामाजिक ताने बाने को और मजबूत करेगा। मैं लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करता हूंः राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और लोगों से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
न्यायालय का निर्णय सभी लोगों को स्वीकार करना चाहिए। सभी लोगों का शांति बनाए रखना चाहिए- नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री