सार

मनसुख हिरेन हत्याकांड और एंटीलिया केस में एनआईए व एटीएस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। मनसुख हिरेन के मोबाइल फोन पर आए वाट्सअप काॅल का डेटा खंगालते हुए एटीएस एक बार डांसर तक पहुंची और अब कड़ियों को जोड़कर केस में अहम खुलासे कर रही है। बार डांसर से पूछताछ में ही एक क्रिकेट बुकी भी हत्थे चढ़ा है। 

मुंबई। मनसुख हिरेन हत्याकांड और एंटीलिया केस में एनआईए व एटीएस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। मनसुख हिरेन के मोबाइल फोन पर आए वाट्सअप काॅल का डेटा खंगालते हुए एटीएस एक बार डांसर तक पहुंची और अब कड़ियों को जोड़कर केस में अहम खुलासे कर रही है। बार डांसर से पूछताछ में ही एक क्रिकेट बुकी भी हत्थे चढ़ा है। 

9000 मोबाइल यूजर्स का डेटा खंगाला 

एंटीलिया केस के बाद मनसुख हिरेन की हत्या किए जाने के बाद हरकत में आई एटीएस ने हिरेन के काॅल डिटेल और जुड़े अन्य लोगों से मिले साक्ष्यों के बाद अबतक करीब 9000 मोबाइल यूजर्स का डेटा खंगाल चुकी है। सूत्रों की मानें तो इस केस के कई संदिग्ध मुंबई के खाड़ी मुंब्रा से उस रात गुजरे थे। यह यूजर्स का डेटा खंगालने के बाद ही पता लग सका। 

यहां मिली थी मनसुख हिरेन की लाश

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया से करीब 300 मीटर की दूरी पर विस्फोटकों से भरी स्कार्पियो मिली थी। स्कार्पियों का मालिक मनसुख हिरेन था। अभी एनआईए व एटीएस पड़ताल कर रही थी कि मनसुख हिरेन की लाश रेती बंदर की खाड़ी में मिली। 

सचिन वझे हो सकते हैं बर्खास्त

एंटीलिया केस व मनसुख हिरेन हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध मुंबई पुलिस के चर्चित एपीआई सचिन वझे को बर्खास्त किया जा सकता है। मनसुख हिरेन हत्याकांड में उनको मुख्य आरोपी माना जा रहा है। एनआईए कोर्ट ने उनकी हिरासत अवधि भी बढ़ा दी है। सचिन के सहयोगी एक दूसरे एपीआई रियाज काजी को भी गिरफ्तार किया गया है। 
वझे को बर्खास्त करने के लिए विभागीय फाइल गृह विभाग को भेज दी गई है। गृह विभाग ने भी पुलिस विभाग को फाइल अप्रूव कर भेज दी है। आने वाले कुछ घंटों में वझे को बर्खास्त कर दिया जाएगा। 

16 साल सस्पेंड रहा है वझे

एपीआई सचिन वझे एक फेक एनकाउंटर मामले में 16 साल तक सस्पेंड रह चुका है। बीते साल 2020 में 6 जून को उसे बहाल किया गया था। 13 मार्च 2021 को उसे एनआईए ने एंटीलिया केस में अरेस्ट कर लिया। 

गुजरात से जुड़ा है मनसुख हत्याकांड का कनेक्शन

मनसुख हिरेन के वाट्सअप पर जो काॅल आया था उस सिम को गुजरात के भुज से लिया गया है। सूत्रों के अनुसार यहां से 14 सिम खरीदे गए थे। नरेश गोरे नाम के व्यक्ति ने ये सभी सिम खरीदे थे। नरेश ने एक सिम अपनी बार डांसर मित्र को दी थी। बार डांसर तक एटीएस पहुंची तो उससे जानकारी के बाद क्रिकेट बुकी नरेश गोरे और उसके दोस्त विनायक शिंदे को भी गिरफ्तार किया गया है। 

कौन है तावड़े जिससे बात कर निकले थे मनसुख

मनसुख हिरेन अपनी हत्या के पहले घर से निकलते वक्त किसी तावड़े नाम के अधिकारी से बातचीत की थी। यह दावा मनसुख की पत्नी विमला हिरेन ने एटीएस से किया है।