सार
नीतीश कुमार ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। वे 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, तब वे सिर्फ 7 दिन इस पद पर रहे थे। वहीं, तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस बार भाजपा ने सुशील मोदी की जगह दो उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।
पटना. नीतीश कुमार ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। वे 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, तब वे सिर्फ 7 दिन इस पद पर रहे थे। वहीं, तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस बार भाजपा ने सुशील मोदी की जगह दो उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।
जेडीयू के इन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ
- विजय चौधरी- नीतीश कुमार के करीबी हैं। 6 बार से विधायक हैं। पिछली बार विधानसभा स्पीकर थे।
- विजेंद्र यादव- इससे पहले ऊर्जा मंत्री थे। सुपौल से 1990 से लगातार विधायक हैं।
- अशोक चौधरी- नीतीश के करीबी, सकरा से विधायक।
- मेवालाल चौधरी- राजनीति में आने से पहले राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। दो बार से विधायक हैं।
- शीला कुमारी - फूलपरास से पहली बार विधायक बनीं।
भाजपा के इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
- तारकिशोर प्रसाद (डिप्टी सीएम)- तार किशोर को भाजपा के विधायक दल का नेता चुना गया है। 64 साल के तारकिशोर 2005 से कटिहार विधानसभा से विधायक हैं। वे कलवार वैश्य समाज से आते हैं।
- रेणु देवी (डिप्टी सीएम) - बेतिया विधानसभा से 5वीं बार विधायक बनी हैं। रेणु देवी को विधानमंडल दल का उप नेता चुना गया है। रेणु देवी भी बिहार में भाजपा का पुराना चेहरा हैं।
- मंगल पांडेय- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं। विधान परिषद के सदस्य हैं। पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी थे।
- अमरेंद्र प्रताप सिंह- आरा से विधायक हैं। इनके पिता हरिहर सिंह बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं।
- रामप्रीत पासवान- राजनगर से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं। पासवान समुदाय से आते हैं।
- जीवेश मिश्रा - दरभंगा से दूसरी बार विधायक बने। भूमिहार समुदाय से हैं।
- रामसूरत राय - मुजफ्फरपुर के औराई से दूसरी बार विधायक बने हैं।
हम : संतोष मांझी ने ली शपथ
संतोष मांझी ने हम के कोटे से शपथ ली। जीतन राम मांझी के बेटे हैं। विधान परिषद से सदस्य हैं।
वीआईपी :
वीआईपी के मुकेश सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, वे इस बार चुनाव हार गए हैं। हालांकि, उनकी पार्टी के चार विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं।
नीतीश के मंत्रिमंडल की खास बातें
- भाजपा कोटे से 7 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें से 2 पिछड़े, 4 अगड़े और एक दलित को मौका।
- जदयू से नीतीश कुमार समेत 6 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें एक अगड़े, 4 पिछड़े और एक दलित को मंत्री बनाया गया है।
- नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में 74 साल के विजेंद्र यादव सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। वहीं, 41 साल के वीआईपी चीफ मुकेश सहनी इस मत्रिमंडल में सबसे युवा हैं। वे अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
- फुलपरास से विधायक शीला कुमारी मंडल सबसे कम अनुभवी हैं। वे पहली बार चुनाव लड़ीं और सीधे मंत्री बनीं।
- भाजपा के रामसूरत राय सबसे अमीर मंत्री हैं। उनकी संपत्ति 26.88 करोड़ रुपए है।
- रामप्रीत पासवान के पास सबसे कम 1.05 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
- मुकेश सहनी, अशोक चौधरी और जीवेश मिश्रा सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस वाले मंत्री हैं। जीवेश मिश्रा 5-5 मामले दर्ज हैं।
नीतीश कुमार ने ली शपथ, देखें वीडियो
तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
जेडीयू के 5 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
हम और वीआईपी से 1-1 विधायक ने ली मंत्री पद की शपथ
- सुशील मोदी ने दी बधाई
कौन हैं तारकिशोर प्रसाद?
तार किशोर को भाजपा के विधायक दल का नेता चुना गया है। 64 साल के तारकिशोर 2005 से कटिहार विधानसभा से विधायक हैं। वे कलवार वैश्य समाज से आते हैं। बिहार में यह वर्ग पिछड़ा वर्ग में आता है। व्यापारिक परिवार से जुड़े तारकिशोर प्रसाद के पिता कपड़े का कारोबार करते हैं। वे 2001 में कटिहार के चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष भी रहे हैं। हालांकि, इससे पहले तार किशोर को कभी बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई थी।
कौन हैं रेणु देवी ?
रेणु देवी को विधानमंडल दल का उप नेता चुना गया है। माना जा रहा है कि रेणु देवी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगी। रेणु देवी भी बिहार में भाजपा का पुराना चेहरा हैं। वे संघ से जुड़ी हैं। वे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। रेणु देवी बेतिया विधानसभा से 5वीं बार विधायक बनी हैं। 2005 में वे नीतीश सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुकी हैं।