सार
दादर और नगर हवेली से सांसद मोहन डेलकर का शव सोमवार को मुंबई के होटल सी ग्रीन मरीन में मिला। एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ है जो गुजराती भाषा में लिखा गया है। घटना की खबर मिलते ही मुंबई पुलिस मौके पर पहुंची। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती जांच में सुसाइड का केस लग रहा है, हालांकि अभी तक पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। मामले की जांच जारी है।
मुंबई. दादर और नगर हवेली से सांसद मोहन डेलकर का शव सोमवार को मुंबई के होटल सी ग्रीन मरीन में मिला। एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ है जो गुजराती भाषा में लिखा गया है। घटना की खबर मिलते ही मुंबई पुलिस मौके पर पहुंची। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती जांच में सुसाइड का केस लग रहा है, हालांकि अभी तक पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। मामले की जांच जारी है।
एक ट्रेड यूनियन नेता के रूप में करियर शुरू किया था
मोहन संजीभाई डेलकर दादरा और नगर हवेली से सांसद थे। डेलकर ने सिलवासा में एक ट्रेड यूनियन नेता के रूप में अपना करियर शुरू किया और यहां विभिन्न कारखानों में काम करने वाले आदिवासी लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। बाद में उन्होंने आदिवासियों के लिए 1985 में आदिवासी विकास संगठन शुरू किया।
मोहन डेलकर भाजपा, कांग्रेस से भी लड़ चुके थे चुनाव
मोहन डेलकर भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके थे। 1991 और 1996 में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में फिर से लोकसभा के लिए चुना गया।
1998 में वह फिर से उसी निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए। 1999 और 2004 में उन्हें लोकसभा में एक स्वतंत्र और भारतीय नवशक्ति पार्टी (बीएनपी) के उम्मीदवार के रूप में फिर से चुना गया। 4 फरवरी 2009 को उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए। 2019 में उन्होंने खुद को कांग्रेस पार्टी से अलग कर लिया और एक स्वतंत्र राजनेता के रूप में चुने गए। हालांकि, 2020 में वह जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी में शामिल हो गए।