सार
250 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) को गिरफ्तार किया गया है।
नई दिल्ली। तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। आंध्र प्रदेश सीआईडी ने भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है। नायडू को गिरफ्तार करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को लेकर नांदयाल रेंज के डीआइजी रघुरामी रेड्डी पहुंचे थे। तेलुगु देशम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी का विरोध किया। सुबह छह बजे पुलिस ने नायडू को गिरफ्तार किया।
नायडू आंध्र प्रदेश के नंदयाला शहर में रैली करने के बाद बस में आराम कर रहे थे तभी पुलिस अधिकारी उन्हें गिरफ्तार करने पहुंच गए। उन्हें गैर-जमानती धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। जमानत के लिए नायडू को कोर्ट जाना पड़ेगा। नायडू को भ्रष्टाचार के एक मामले में CID (Criminal Investigation Department) ने गिरफ्तार किया है।
इस मामले में 2021 में पहली FIR दर्ज की गई थी। सीआईडी के अधिकारी गिरफ्तार करने के बाद नायडू को मेडिकल टेस्ट के लिए नानदयाल हॉस्पिटल ले गए। आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीआईडी ने CrPC की धारा 50 (1) (2) के तहत चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। नायडू पर कौशल विकास परियोजना में 250 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है।
नायडू बोले- मैंने नहीं किया भ्रष्टाचार
गिरफ्तार किए जाने के बाद नायडू ने कहा, "मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। CID ने बिना किसी उचित जानकारी के मुझे गिरफ्तार कर लिया है। मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया। मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ दिया गया है।"
चंद्रबाबू नायडू ने कहा था जल्द हो सकती है गिरफ्तारी
हाल ही में चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री मेरुगा नागार्जुन ने चंद्रबाबू नायडू पर जनता का पैसा लूटने का आरोप लगाया था और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी।
नागार्जुन ने कहा था कि कैश फॉर वोट मामले में वहां से भागने से पहले चंद्रबाबू ने हैदराबाद में लेक व्यू गेस्ट हाउस की मरम्मत के लिए 10 करोड़ रुपए खर्च किए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय पर 10 करोड़ रुपए और खर्च किए। नायडू ने चार्टर्ड फ्लाइट पर 100 करोड़ रुपए और धर्म पोराटा दीक्षा पर 80 करोड़ रुपए खर्च किए। हमारे मुख्यमंत्री ने उनकी तरह जनता का पैसा बर्बाद नहीं किया। उन्होंने सीधे लोगों के खाते में 2.31 लाख करोड़ रुपए डाले।