सार
नागरिकता संशोधन कानून,एनआरसी और यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस ने बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें सभी दलों के नेता शामिल होंगे। वहीं, इस बैठक में टीएमसी और बसपा शामिल नहीं होंगी। कांग्रेस द्वारा बनाई गई फैक्ट चेक कमेटी की रिपोर्ट के बाद बैठक बुलाई गई है।
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून,एनआरसी और यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर विपक्ष की आज यानी सोमवार को बड़ी बैठक है। कांग्रेस के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और रणनीति तैयार की जाएगी। हालांकि, इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी शामिल नहीं होगी।
इन मुद्दों को लेकर बुलाई गई है बैठक
बैठक का अहम मुद्दा जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा है। इस मामले में कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंप दी है। जिसके बाद बैठक सभी स्थितियों पर चर्चा की जाएगी।
ये दल होंगे शामिल
कांग्रेस द्वारा बुलाए गए बैठक में एनसीपी, डीएमके, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, लेफ्ट, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी समेत कई पार्टियां हिस्सा लेंगी। पार्लियामेंट एनेक्सी में दोपहर 2 बजे होने वाली इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रह सकते हैं।
अमित शाह बोले- नागरिकता देकर रहेंगे
नागरिकता कानून लागू होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'देश की आजादी के समय बड़ी संख्या में लोग पाकिस्तान में रह गए थे, उन पर अत्याचार हो रहे हैं, उनकी संख्या लगातार कम हो रही है। यह कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, यह तो नागरिकता देने का कानून है। कांग्रेस और अन्य दल देश में भ्रम फैला रहे हैं। दंगे भड़काने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस जितना भी विरोध कर ले, पाकिस्तान से आए लोगों को हम नागरिकता देंगे।'