सार
हालांकि, मंत्रिपरिषद में सहयोगी दलों के 11 मंत्री तो शामिल किए गए हैं लेकिन सीसीएस में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यानी देश की सरकार की सर्वोच्च कमेटी इस बार भी जस की तस है।
CCS unchanged in Modi 3.0: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल कई मायनों में बदला हुआ है। तीसरी बार सत्ता में आए पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी के पास अकेले अपने दम पर बहुमत नहीं है। उसे एनडीए के सहयोगी दलों पर बहुमत के लिए निर्भर होना पड़ेगा। हालांकि, मंत्रिपरिषद में सहयोगी दलों के 11 मंत्री तो शामिल किए गए हैं लेकिन सीसीएस में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यानी देश की सरकार की सर्वोच्च कमेटी इस बार भी जस की तस है।
क्या होता है सीसीएस?
सीसीएस, सरकार की सर्वोच्च कमेटी होती है। सीसीएस यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी। यह कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्रियों का एक समूह है। सीसीएस में गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय शामिल होता है। यह सुरक्षा संबंधी मामलों में फैसला लेने वाली महत्वपूर्ण कमेटी है।
मोदी 3.0 में सीसीएस जस की तस
मोदी 3.0 में सीसीएस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पूर्व की भांति इस बार भी गृह मंत्रालय का प्रभार अमित शाह के पास है तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बनाए गए हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बनाई गई हैं। विदेश मंत्रालय का जिम्मा पूर्व विदेश सचिव एस.जयशंकर ही पहले की तरह निभाएंगे। इन्हीं चार मंत्रालयों के मंत्रियों के समूह से सीसीएस का गठन होता है। यानी पूर्व की तरह सीसीएस यथावत रहेगा।
मोदी कैबिनेट की पहली मीटिंग में क्या हुआ?
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार बनी एनडीए सरकार के कैबिनेट की पहली मीटिंग सोमवार शाम को हुई। मोदी 3.0 की पहली कैबिनेट में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत 3 करोड़ ग्रामीण और शहरी घरों के निर्माण के लिए सहायता प्रदान करेगी। इस मीटिंग में मंत्रियों को मंत्रालय आवंटन को लेकर भी विमर्श किया गया जिसके बाद सबके मंत्रालयों का ऐलान किया गया। पढ़िए पूरी खबर…किसको मिला कौन मंत्रालाय…