सार
लैंडर विक्रम को लेकर वैज्ञानिकों के बीच काफी निराशा देखने के लिए मिली। इसके बाद पीएम मोदी के साथ सोशल मीडिया यूजर्स ने ईश्वर से प्रार्थना की कि लैंडर से इसरो का संपर्क जुड़ जाए।
नई दिल्ली. चंद्रयान 2 का विक्रम लैंडर शनिवार की सुबह 1.55 बजे चंद्रमा पर उतरा गया। लेकिन लैंडर विक्रम से 2.1 किलोमीटर की दूरी पर ही इसरो का कनेक्शन टूट गया। इसके बाद पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को दिलाशा दी और इसरो चीफ की पीट थपथापते हुए बोले, 'हिम्मत रखिए।' सााथ ही ट्विटर पर यूजर्स ने भी तरह-तरह के रिएक्शन्स दिए हैं।
यूजर्स ने की भगवान से प्रार्थना
लैंडर विक्रम को लेकर वैज्ञानिकों के बीच काफी निराशा देखने के लिए मिली। इसके बाद पीएम मोदी के साथ सोशल मीडिया यूजर्स ने ईश्वर से प्रार्थना की कि लैंडर से इसरो का संपर्क जुड़ जाए। साथ ही कई यूजर्स इसरो की तारीफ कर रहे हैं और उनके साथ खड़े रहने की बात कर रहे हैं, वहीं कुछ कह रहे हैं कि उन्हें इसरो पर गर्व है।
इस दिन किया गया था लॉन्च
22 जुलाई को चंद्रयान-2 को भारत के सबसे ताकतवर जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। 16 मिनट के बाद ही यह पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो गया। 22 दिनों तक पृथ्वी के चक्कर काटने के बाद 23वें दिन चांद की ओर रवाना हुआ। फिर 30वें दिन चांद की कक्षा में प्रवेश किया। 30 से 42वें दिन तक चांद के चक्कर काटने के बाद 43वें दिन लैंडर-ऑर्बिटर अलग हो गए। 44वें दिन लैंडर की रफ्तार धीमी करने की प्रक्रिया हुई। फिर 48वें दिन नियंत्रित लैंडिंग की प्रक्रिया और 48वें दिन यानी 6-7 सितंबर की रात को करीब दो बजे लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरा गया।