सार

पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल को बधाई दी। जिसके बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूछा, 'सर, उचित सम्मान के साथ बस इतना जानना चाहती हूं कि AAP की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं?

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार शून्य पाने वाली कांग्रेस पार्टी के भीतरखाने घमासान मच गया है। पार्टी के 63 उम्मीदवारों की इन चुनावों में जमानत जब्त हो गई। वहीं, कांग्रेस ने आरजेडी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। इसलिए कांग्रेस गठबंधन की 67 सीटों पर जमानत जब्त हो गई है। इन सब के इतर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल को बधाई दी वहीं, दिल्ली महिला कांग्रेस चीफ शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनसे चुभते हुए सवाल पूछे हैं। इधर, दिल्ली चुनाव प्रभारी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा कि आप के उदय के बाद कांग्रेस कभी भी अपना वोट बैंक वापस नहीं पा सकी और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 

शर्मिष्ठा ने पूछा, तो दुकान बंद कर लें?

आम आदमी पार्टी को जीत की चिदंबरम के बधाई देने वाले ट्वीट को अपने ऑफिशल हैंडल से री-ट्वीट करते हुए शर्मिष्ठा ने कहा, 'सर, उचित सम्मान के साथ बस इतना जानना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस पार्टी राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को आउटसोर्स कर रही है? यदि नहीं, तो फिर हम अपनी हार पर मंथन करने के बजाय AAP की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं? और अगर ऐसा है, तो हमें संभवत: अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए।'

पीसी चाको ने दिया इस्तीफा 

दिल्ली चुनाव में मिली हार पर पीसी चाको ने निराशा जताते हुए कहा कि आप के उदय के बाद कांग्रेस कभी भी अपना वोट बैंक वापस नहीं पा सकी। उन्होंने कहा, '2013 में जब शीला जी दिल्ली की मुख्यमंत्री थी तभी से कांग्रेस का पतन शुरू हो गया था। एक नई पार्टी AAP का उभरना कांग्रेस का सारा वोट बैंक छीन ले गया। अब हम इसे कभी वापस नहीं पा सके हैं। यह अभी भी AAP के पास है।'

जीत की बधाई के साथ कही यह बात 

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल को जीत की बधाई देते हुए कहा था, 'याद कीजिए, जब दिल्ली में मतदान हुआ था, तब लाखों मलयाली, तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती और भारत के अन्य राज्यों से आए लोगों ने मतदान किया था।' अगले ट्वीट में चिदंबरम ने लिखा था, 'अगर मतदाता उन राज्यों के विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो वे आए थे, तो दिल्ली का मत, विपक्ष के विश्वास बढ़ाने का एक बूस्टर है कि बीजेपी को हर राज्य में हराया जा सकता है।

दिल्ली का वोट राज्य विशेष के वोट की तुलना में अखिल भारतीय वोट के करीब है क्योंकि दिल्ली एक मिनी इंडिया है।' चिदंबरम ने यह भी कहा था, ‘मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने 2021 और 2022 में अन्य राज्यों जहां चुनाव होंगे, उनके लिए मिसाल पेश की है।'