सार

पूर्वी लद्दाख में 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के 40 सैनिकों के हताहत होने की खबर है। दोनों देशों के बीच इस विवाद को सुलझाने के लिए कई स्तर की बातचीत भी चल रही है।

बीजिंग. पूर्वी लद्दाख में 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के 40 सैनिकों के हताहत होने की खबर है। दोनों देशों के बीच इस विवाद को सुलझाने के लिए कई स्तर की बातचीत भी चल रही है। उधर, चीन की सेना विवादित जगह से पीछे हटने के लिए भी तैयार हो गई है। हालांकि, सैटेलाइट से मिली तस्वीरों से हकीकत कुछ और ही दिख रही है। 

ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट Detresfa ने गलवान घाटी की फोटो जारी की हैं। इन तस्वीरों से साफ दिख रहा है कि चीन किस तरह बातचीत की आड़ में सैन्‍य स्थिति को मजबूत करने में लगा है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि झड़प वाले इलाके के पास ही चीन बंकर बना रहा है। चीन ने इसके लिए छोटी छोटी दीवारें और खाई भी बनाई हैं। 
 


पैंगोंग झील के किनारे भी जमाया डेरा
Detresfa के मुताबिक, चीनी सेना ने पैंगोंग झील इलाके में भी डेरा जमा रखा है। यही नहीं इसकी मौजूदगी भी लगातार बढ़ रही है। जबकि इस क्षेत्र में भारत और चीन बातचीत से इसे हल करने पर सहमति जता चुके हैं। 

दोनों देशों के बीच पैंगोंग में स्थिति तनावपूर्ण बनी हैं। इस इलाके में चीन हटने को तैयार नहीं है। इस इलाके में चीन ने कई बंकर बना लिए हैं। फिंगर चार से 8 तक आठ किमी ऊंचाई वाले इलाके में कब्जा कर लिया है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि सब कुछ प्लान के मुताबिक रहा तो चीन धीरे धीरे इस इलाके से हट सकता है। 



तनाव में दिख रही कुछ कमी
दोनों देशों के बीच अभी तक कई स्तर की बातचीत हो चुकी है। मंगलवार को दोनों देशों के बीच तनाव में भी कमी दखने को मिली। सूत्रों के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख में तनाव वाले इलाके में चीन सैनिकों को हटाने पर सहमत हो गया है। दोनों देशों की बातचीत के दौरान भारत ने साफ कर दिया है कि वह 5 मई के पहले की स्थिति चाहता है।