सार
सीआईएसएफ जवान ने यूनिट के शस्त्रागार से जबरन हथियार निकाल लिया और पूरी मैगजीन खाली कर दी। फायरिंग के बाद दोनों घायलों को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया जहां सारंगी की मौत हो गई। सीआईएसएफ ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। घटना शाम करीब 6.30 बजे की है।
कोलकाता। CISF के एक जवान ने कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में अपने सहयोगियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। सीआईएसएफ जवान (CISF jawan) की गोली से उसके एक सीनियर अफसर की मौत हो गई है जबकि एक अन्य अधिकारी घायल हो गया है। आरोपी ने गोली चलाने के लिए कथित तौर पर एके 47 (AK 47) का इस्तेमाल किया है। आरोपी जवान को अरेस्ट कर लिया गया है। हत्या की वजह का पता लगाया जा रहा है।
एके 47 की पूरी मैगजीन खाली कर आरोपी ने किया सरेंडर
कथित फायरर, हेड कांस्टेबल एके मिश्रा ने सहायक उप-निरीक्षक रंजीत सारंगी को मारने के लिए एके 47 का इस्तेमाल किया। जबकि एक सहायक कमांडेंट रैंक के अधिकारी सुवीर घोष को भी गोली लगी है। हालांकि, गोली मारने के बाद अधिकारियों की अपील पर उसने सरेंडर कर दिया। पैरा मिलिट्री फोर्स के एक अधिकारी ने बताया कि सीआईएसएफ के महानिरीक्षक (दक्षिण पूर्व) सुधीर कुमार के मौके पर पहुंचने और हथियार डालने की अपील करने के बाद मिश्रा ने आत्मसमर्पण कर दिया। कोलकाता पुलिस ने भी कहा कि उसके अधिकारियों ने उसे अपनी बंदूक छोड़ने और आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया।
जबरिया निकाला था एके 47
आरोपी पर आरोप है कि उसने यूनिट के शस्त्रागार से जबरन हथियार निकाल लिया और पूरी मैगजीन खाली कर दी। फायरिंग के बाद दोनों घायलों को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया जहां सारंगी की मौत हो गई। सीआईएसएफ ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। घटना शाम करीब 6.30 बजे की है।
आरोपी कांस्टेबल को ले जाया गया थाने
200 साल से अधिक पुराने म्यूजियम के बैरक में गोलीबारी से एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस गिरफ्तार सीआईएसएफ कर्मचारी और क्षतिग्रस्त कार को न्यू मार्केट थाने ले गई। पुलिस वाहन में ले जाते समय मिश्रा ने संग्रहालय के पास मौजूद पत्रकारों की ओर हाथ हिलाया। बाद में कोलकाता पुलिस की फोरेंसिक टीम की एक टीम मौके पर पहुंची।
एशिया का सबसे पुराना म्यूजियम है यह
CISF ने दिसंबर 2019 में कोलकाता के मध्य में पार्क स्ट्रीट क्षेत्र में स्थित संग्रहालय की सशस्त्र सुरक्षा संभाली। 1814 में स्थापित, भारतीय संग्रहालय न केवल भारतीय उपमहाद्वीप में बल्कि दुनिया के एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे पुराना और सबसे बड़ा बहुउद्देशीय संग्रहालय है। यह केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक स्वायत्त संगठन है।
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